Kangra: हिमाचल में मस्जिद विवाद के साथ नेम प्लेट मामले ने भी खूब तूल पकड़ा हुआ है। योगी के यूपी की तर्ज पर हिमाचल में नेम प्लेट और आईडी लगाने की व्यवस्था लागू करने के विक्रमादित्य के बयान पर कांग्रेस किनारा कर चुकी है। दिल्ली पहुंचे शहरी विकास और लोक निर्माण मंत्री विक्रमादित्य को आला कमान के सवालों का भी सामना करना पड़ा है। ऐसे में विपक्ष विक्रमादित्य पर सहानुभूति कार्ड खेलकर सियासी रोटियां सेंकने में कोई कसर नहीं छोड़ रहा।
बात इस्तीफे और मंत्रीपद के खतरे तक की हो रही है। उधर, विक्रमादित्य सिंह कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व के निशाने पर हैं। कांग्रेस महासचिव के सी वेणुगोपाल ने भी अपने बयान में कड़े संकेत दे चुके हैं कि कांग्रेस भााईचारे पर विश्वास रख्ती है। राहुल और खड़गे हर जगह मोहब्बत की दुका खोलने की बात कर रहे हैं। ऐसे में विक्रमादित्य को कांग्रेस की विचाराधार व सोच के साथ आगे बढ़ना चाहिए। हालांकि विक्रमादित्य का तर्क था कि मीडिया ने उनका बयान को तोड़ मरोड़ कर पेश किया है। उधर, जब मीडिया ने जब विक्रमादित्य से जब इस्तीफे के संबंध में पूछा तो उन्होंने साफ कहा कि यह चंडूखाने की खबरें हैं, उसके ऊपर न आपको जाना चाहिए, न मुझे रिएक्ट करने की आवश्यकता है।
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— Samachar First (@samacharfirst) September 28, 2024