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कैप्टन-सिद्धू-केजरीवाल बोले- शहादत को नमन, कांग्रेस बोली- अहंकार हारा

डेस्क |

दिल्‍ली की सीमाओं पर इन कानूनों के खिलाफ हजारों की संख्‍या में किसान पिछले साल से आंदोलनरत हैं. अधिकतर विपक्षी दलों ने इसे देर से लिया गया सही फैसला बताया. भाजपा के नेता अब आंदोलनकारी किसानों से जल्‍द से जल्‍द घर वापस लौटने की अपील कर रहे हैं.

राहुल गांधी ने ट्वीट किया, देश के अन्नदाता ने सत्याग्रह से अहंकार का सर झुका दिया. अन्याय के खिलाफ ये जीत मुबारक हो! जय हिंद, जय हिंद का किसान!

अमरिंदर सिंह ने ट्वीट किया, ग्रेट न्यूज. गुरुनानक जयंती के पवित्र अवसर पर हर पंजाबी की मांगों को मानने और 3 काले कानूनों को निरस्त करने के लिए पीएम मोदी को धन्यवाद. मुझे विश्वास है कि केंद्र सरकार किसानों के विकास के लिए मिलकर काम करती रहेगी.

नवजोत सिंह सिद्धू ने ट्वीट किया, काले कानूनों को निरस्त करना सही दिशा में एक कदम. किसान मोर्चा के सत्याग्रह को ऐतिहासिक सफलता मिली. आपके बलिदान से यह संभव हुआ है. पंजाब में एक रोड मैप जरिए खेती को पुनर्जीवित करना पंजाब सरकार के लिए सर्वोच्च प्राथमिकता होनी चाहिए.

दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि केंद्र सरकार अगर ये फैसला पहले ले लेती तो शहीद किसानों की जान बचाई जा सकती थी. हालांकि सीएम अरविंद केजरीवाल ने इस मौके पर किसान आंदोलनकारियों को बधाई भी दी.

राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा, तीनों काले कृषि कानूनों की वापसी की घोषणा लोकतंत्र की जीत एवं मोदी सरकार के अहंकार की हार है. यह पिछले एक साल से आंदोलनरत किसानों के धैर्य की जीत है. देश कभी नहीं भूल सकता कि मोदी सरकार की अदूरदर्शिता एवं अभिमान के कारण सैकड़ों किसानों को अपनी जान गंवानी पड़ी है. मैं किसान आंदोलन में शहादत देने वाले सभी किसानों को नमन करता हूं. यह उनके बलिदान की जीत है.