कोरोना संकट के बीच होम लोन, पर्सनल लोन, वाहन कर्ज की ईएमआई चुका रहे लोगों के लिए आरबीआई ने फिर राहत दी है। अब जून, जुलाई और अगस्त की अपनी EMI चाहें तो होल्ड कर सकते हैं। केंद्रीय बैंक ने रेपो रेट में कटौती कर दी है, जिससे आपके लोन की ब्याज दरें कम हो जाएंगी। साथ ही टर्म लोन मोरेटोरियम 31 अगस्त तक के लिए बढ़ा दिया गया है। यानी अगर आप अगले 3 महीने तक अपने लोन की ईएमआई नहीं देते हैं तो बैंक दबाव नहीं डालेगा। सरकार ने यह फैसला लॉकडाउन की वजह से लोगों की आमदनी में आई कमी के मद्देनजर लिया है। इससे कर्ज लेने वालों और बैंकों दोनों को राहत मिलेगी।
अब आपके पास लोन की किस्त चुकाने के लिए 31 अगस्त 2020 तक का समय है। इससे पहले मार्च में भी ही आरबीआई ने तीन महीने के लिए मोराटोरियम की घोषणा की थी। इसको अब एक बार फिर से अगले तीन महीने तक के लिए बढ़ा दिया गया है। भारतीय रिजर्व बैंक आम जनता को कोरोना संकट से राहत देने के लिए मोराटोरियम पीरियड (मोहलत) को 3 महीनों के लिए बढ़ाया गया है।
बता दें कि आपको लोन की किस्त जमा करने में 31 अगस्त 2020 तक की छूट तो मिल गई है, लेकिन इतने दिनों तक किस्त अदा न करने पर भी आपको ब्याज देना होगा, क्योंकि आरबीआई ने फिलहाल ब्याज लेने से किसी भी बैंक को मना नहीं किया है।
रेपो रेट में कटौती
आरबीआई ने एक बार फिर रेपो रेट में कटौती की है। आज प्रेस कॉफ्रेंस में RBI गवर्नर ने 40 बेसिस प्वॉइंट की कटौती कर दी है। इस फैसले से आम लोगों की EMI कम हो सकती है। इससे पहले RBI ने कोरोना संकट और लॉकडाउन के मद्देनजर कई राहत का ऐलान किए थे। वहीं, रिवर्स रेपो रेट में 0.25 फीसदी की कटौती की गई। RBI ने रिवर्स रेपो रेट 3.75 फीसदी से घटाकर 3.35 फीसदी कर दिया है। RBI गवर्नर ने कहा कि महंगाई दर अभी भी 4 फीसदी के नीचे रहने की संभावना है। लेकिन लॉकडाउन के वजह से कई सामानों की कीमत बढ़ सकती है।