राजस्थान के कोटा के जेके लोन सरकारी अस्पताल में मासूम बच्चों की मौत का सिलसिला जारी है। अब 100 से बढ़कर 107 तक मासूम बच्चे दम तोड़ चुके हैं। कोटा के बाद बूंदी में भी यह संक्रमण फैल गया है। जहां 10 मासूम जिंदगी की जंग हार चुके हैं। इसी बीच कोटा मामले में गठित जांच समिति ने दो दिन पहले अपनी रिपोर्ट सौंप दी है।
समिति का कहना है कि अस्पताल में लगभग हर तरह के उपकरण और व्यवस्था में बहुत सारी खामियां हैं। बच्चों की मौत का मुख्य कारण हाइपोथर्मिया बताया गया है। बताया गया की इससे बच्चों को बचाने के लिए आवश्यक अस्पताल का हर उपकरण खराब है। कोटा के अस्पताल में बीते 34 दिन में 107 बच्चे काल के गाल में समा चुके हैं।
वहीं, बसपा अध्यक्ष मायावती ने कोटा अस्पताल में बच्चों की मौत को लेकर एक तरफ जहां राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को आड़े हाथ लिया और यूपी सरकार को भी नसीहत दी है। बसपा अध्यक्ष मायावती ने आज ट्वीट कर कहा कि राजस्थान के कोटा में लगभग 107 मासूम बच्चों की हुई मौत चिंताजनक है। लेकिन इसको लेकर कांग्रेस सरकार संवेदनशील नजर नहीं आती है। मायावती ने कहा कि ऐसे में अच्छा होता कि इस मामले में लोकतान्त्रिक संस्थाएं आगे आकर अपनी संवैधानिक जिम्मेदारी को निभातीं। इससे पहले उत्तर प्रदेश के गोरखपुर में हुई बच्चों की दर्दनाक मौत से सबक सीखकर अब यूपी सरकार को भी अपने अस्पतालों की देखरेख के लिए सतर्क रहना चाहिए। वरना फिर इनकी भी फजीहत राजस्थान की तरह ही होने में देर नहीं लगेगी।