प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से वीरवार को जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने मुलाकात की। इस मुलाकात के बाद उमर अब्दुल्ला ने कहा कि हमने पीएम मोदी से कहा कि रियासत में कोई ऐसे कदम न उठाए जाएं, जिससे वहां की स्थिति खराब हो। 35A और 370 का मामला भी उठाया और साथ ही जम्मू-कश्मीर में चुनाव कराने की मांग भी की। अभी हाल में श्रीनगर में एक राष्ट्रीय सम्मेलन के दौरान कार्यकर्ताओं की बैठक को संबोधित करते हुए पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने केंद्र से सुप्रीम कोर्ट के फैसले की प्रतीक्षा करने के लिए कहा था। जहां अनुच्छेद- 35A और 370 को चुनौती देने वाली काफी याचिकाएं लंबित हैं।
उमर अब्दुल्ला ने कहा कि आप जल्दी क्यों कर रहे हैं? हम सुप्रीम कोर्ट के फैसले का सम्मान करेंगे, जैसा कि हमने हमेशा किया है। उन्होंने सरकार से उन अफवाहों पर अपनी स्पष्टता देने को भी कहा जिसमें कहा जा रहा है कि 15 अगस्त के बाद कश्मीर में एक और लंबा संकट देखने को मिलेगा। नौकरशाह अफवाह फैला रहे हैं और लोगों को राशन, दवाइयां और गाड़ियों के लिए तेल जुटाने को कहा जा रहा है, क्योंकि अनिश्चितता का एक लंबा दौर आने की बात कही जा रही है।
बता दें कि नेशनल कॉन्फ्रेंस, पीपल्स डेमोक्रेटिक पार्टी, जम्मू कश्मीर पीपुल्स मूवमेंट (J&KPM) और राज्य के सभी क्षेत्रीय दलों ने अनुच्छेद- 35A और 370 के साथ छेड़छाड़ का विरोध किया है। संविधान के इन दोनों अनुच्छेदों में किसी राज्य को विशेष दर्जा देने का प्रावधान है।