Srinagar/Agencies: नेशनल कॉन्फ्रेंस (नेकां) के नेता उमर अब्दुल्ला ने आज जम्मू-कश्मीर के पहले मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली। शपथ ग्रहण समारोह श्रीनगर में आयोजित किया गया, जहां उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने उमर अब्दुल्ला और पांच अन्य मंत्रियों को पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई। यह समारोह सुबह 11:30 बजे हुआ, जिसमें विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया’ के नेता जैसे राहुल गांधी, मल्लिकार्जुन खरगे, अखिलेश यादव, महबूबा मुफ्ती और कई अन्य प्रमुख नेता मौजूद थे।
#WATCH | Omar Abdullah takes oath as the Chief Minister of Jammu and Kashmir.
The leaders from INDIA bloc including Lok Sabha LoP Rahul Gandhi, Congress leader Priyanka Gandhi Vadra, JKNC chief Farooq Abdullah, Samajwadi Party chief Akhilesh Yadav, PDP chief Mehbooba Mufti, AAP… pic.twitter.com/IA2ttvCwEJ
— ANI (@ANI) October 16, 2024
शपथ ग्रहण से पहले उमर अब्दुल्ला ने नेकां के संस्थापक शेख मुहम्मद अब्दुल्ला के स्मारक पर श्रद्धांजलि अर्पित की। उन्होंने पठानी सूट और कोट पहनकर अपने दादा के स्मारक पर फूल चढ़ाए। उमर ने अपने बयान में कहा, “मैं 6 साल का कार्यकाल पूरा करने वाला आखिरी मुख्यमंत्री था। अब मैं जम्मू-कश्मीर का पहला मुख्यमंत्री बनूंगा।” उन्होंने यह भी उम्मीद जताई कि केंद्र शासित प्रदेश का दर्जा अस्थायी रहेगा और जल्द ही राज्य का दर्जा बहाल किया जाएगा।
#WATCH | Srinagar: Jammu and Kashmir CM-designate Omar Abdullah says, "I came as a grandson just to place flowers on the grave of my grandfather and grandmother. But more importantly, I came to Dargah Sharif Hazratbal just to offer a silent prayer to ask almighty Allah to give me… https://t.co/wJzRLBasnj pic.twitter.com/YYdgSR0UDC
— ANI (@ANI) October 16, 2024
समारोह में शामिल होने के लिए कई प्रमुख नेता श्रीनगर पहुंचे। इनमें समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव, डीएमके सांसद कनिमोझी करुणानिधि, एनसीपी नेता सुप्रिया सुले और सीपीआई नेता डी राजा जैसे दिग्गज नेता भी शामिल थे।
एकता ही ‘इंडिया’ है! pic.twitter.com/TlwJOuUXhI
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) October 16, 2024
उमर अब्दुल्ला का शपथ ग्रहण जम्मू-कश्मीर के राजनीतिक परिदृश्य में एक नई शुरुआत का प्रतीक है। अगस्त 2019 में अनुच्छेद 370 हटाने के बाद जम्मू-कश्मीर को केंद्र शासित प्रदेश बना दिया गया था, और उमर अब्दुल्ला का मुख्यमंत्री बनना राज्य के पुनर्निर्माण और शांति बहाली के प्रयासों को एक नई दिशा देने की उम्मीद है। उन्होंने जोर दिया कि वह राज्य के लोगों की समस्याओं को सुलझाने और उनकी आवाज़ को सुनने के लिए भारत सरकार के साथ मिलकर काम करने को तत्पर हैं।