'जाको राखे साईयां- मार सके न काऐ' इस कहावत को सच साबित करते हुए एक मामला सामने आया है। मामला मध्य प्रदेश के होशंगाबाद जिले का है जहां सतपुड़ा टाइगर रिजर्व फॉरेस्ट रेंज में पदस्थ एक महिला वनरक्षक, जानवरों की गणना के लिए निकली तो मौत से सामना हो गया। एक पगमार्क का पीछे करते हुए वे नाले के पास पहुंची तो देखा कि 8 से 10 मीटर की दूरी पर एक बाघ बैठा है। बाघ ने उनको देखकर दहाड़ लगाई लेकिन वह बिल्कुल नहीं हिली। डेढ़ घंटे तक वह बाघ की आंख से आंख मिलाकर खड़ी रही।
जानकारी के अनुसार मटकुली रेंज में पदस्थ महिला वनरक्षक सुधा धुर्वे मंगलवार सुबह अपने दो साथी चौकीदारों के साथ बाघ के सामने डेढ़ घंटे तक डटी रही। बाघ ने डराने के लिए कई बार दहाड़ की लेकिन ट्रेनिंग को यादकर सुधा धुर्वे बिना कोई मूवमेंट किए एक जगह ही खड़ी रही। सुधा ने साथी चौकीदारों से इशारे में कहा कि अगर भागने की कोशिश की तो बाघ हमला कर देगा। इसलिए वे बाघ के सामने खड़े रहे। डेढ़ घंटे तक मौत से आमना- सामना होता रहा उसके बाद बाघ वहां से चला गया। इसके बाद ये लोग वापस आए।