प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को 75वें स्वतंत्रता दिवस के उपलक्ष में देश को संबोधित करते हुए कहा कि सर्जिकल स्ट्राइक और हवाई हमलों ने दुनिया का भारत के प्रति नजरिया बदल दिया है। अब भारत पहले से ज्यादा आत्मविश्वास के साथ कठिन से कठिन फैसले लेता है और कड़े से कड़े फैसले लेने में भी देश झिझकता नहीं है।
PM ने कहा कि सुरक्षा और रक्षा के क्षेत्र में भारत को आत्मनिर्भर बनाने की मुहिम निरंतर जारी है। देश सुरक्षा बलों के हाथ मजबूत करने में कोई कसर नहीं छोड़ेगा। उन्होंने कहा कि दूसरे विश्व युद्ध के बाद अंतरराष्ट्रीय संबंधों की प्रकृति बदल गई है और कोरोना वायरस महामारी के बाद एक नई विश्व व्यवस्था की संभावना है। भारत ने दुनिया के प्रयासों को देखा है और इसकी सराहना भी की है।
रक्षा क्षेत्र में चल रहे प्रयासों का जिक्र करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा, 'भारत आज अपना लड़ाकू विमान बना रहा है, सबमरीन बना रहा है, गगनयान भी बना रहा है। भारत को आधुनिक इंफ्रास्ट्रक्चर के साथ ही इंफ्रास्ट्रक्चर निर्माण में होलिस्टिक अप्रोच अपनाने की भी जरूरत है।'
उन्होंने कहा कि कुछ दिन पहले ही भारत ने अपने पहले स्वदेशी एयरक्राफ्ट कैरियर INS विक्रांत को समुद्र में ट्रायल के लिए उतारा है। विकास के पथ पर आगे बढ़ते हुए भारत को अपनी मैन्युफैक्चरिंग और एक्सपोर्ट, दोनों को बढ़ाना होगा। भारत आने वाले कुछ ही समय में प्रधानमंत्री गतिशक्ति- नेशनल मास्टर प्लान को लॉन्च करने जा रहा है।
डॉक्टर्स, नर्स और वैज्ञानिकों के काम की सराहना
PM मोदी ने कोरोना महामारी के दौरान डॉक्टर्स, नर्स और वैज्ञानिकों के काम की सराहना की। स्वतंत्रता दिवस के मौके पर लाल किले में प्राचीर से उन्होंने कहा, 'कोरोना वैश्विक महामारी में हमारे डॉक्टर, नर्सेस, पैरामेडिकल स्टाफ, सफाईकर्मी, वैक्सीन बनाने मे जुटे वैज्ञानिक हों, सेवा में जुटे नागरिक हों, वे सब भी वंदन के अधिकारी हैं।'
भारत ने अपनी वैक्सीन इजात की
पीएम ने कहा कि हमारे वैज्ञानिकों, उद्यमियों की ताकत का ये परिणाम है कि भारत को वैक्सीन के लिए आज किसी और देश पर निर्भर नहीं होना पड़ा। आज हम गौरव से कह सकते हैं कि दुनिया का सबसे बड़ा वैक्सीनेशन प्रोग्राम हमारे देश में चल रहा है।