पेट्रोल और डीजल की कीमतें हर रोज नए मुकाम छू रही हैं। आज तीसरे दिन लगातार पेट्रोल-डीजल की किमतें बढ़ी हैं। आज 35 पैसे की बढ़ोतरी दर्ज की गई है। वहीं, केंद्र सरकार बढ़ती किमतों का ठीकरा अंतरराष्ट्रीय बजार के ऊपर फोड़ा है।
पेट्रोलियम मंत्री हरदीप पुरी से जब बढ़ती किमतों के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि कच्चे तेल की किमतों के कारण ये इजाफा देखा जा रहा है। अगर अंतरराष्ट्रीय अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाना है तो कच्चा तेल आयात करने वाले देशों को इसकी किमतें घटानी चाहीए। ऐसा नहीं हुआ तो पूरी दुनिया को परेशानी झेलनी पडेगी।
वहीं, भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) के सचीव सीताराम येचुरी ने केंद्र सरकार को पेट्रोल और डीजल पर एक्साइज ड्यूटी खत्म करने की सलाह दी है। उन्होंने कहा कि अगर सरकार एक्साइज ड्यूटी हटा देती है तो पेट्रोल की किमतें 33 रुपये प्रति लीटर और डीजल की 32 रुपये प्रति लीटर कम हो जायेंगे।
आपको बता दें कि 2014 में पेट्रोल पर एक्साइज ड्यूटी 9.48 रुपये प्रति लीटर थी। अब ये बढ़कर 32.90 रुपये प्रति लीटर हो गयी है। इसी तरह डीजल पर साल 2014 में केन्द्रीय उत्पाद शुल्क 3.56 रुपये प्रति लीटर लग रहा था, जो अब बढ़कर 31.80 रुपये प्रति लीटर के स्तर पर पहुंच चुकी है।