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PM मोदी ने मन की बात में भारत की जैव विविधता का किया जिक्र

समाचार फर्स्ट डेस्क |

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज मन की बात कार्यक्रम में बच्चों को संबोधित करते हुए कहा कि हुनर हाट शिल्पकारों के सपनों को पंख दे रहा है। हुनर हाट ने शिल्पकारों की जिंदगी में व्यापक बदलाव किए हैं। पीएम ने कहा कि दिल्ली के हुनर हाट में एक छोटी सी जगह में देश की विशालता, संस्कृति, परम्पराओं, खानपान और जज्बातों की विविधताओं का दर्शन होता है। बता दें कि हाल ही में पीएम मोदी दिल्ली के हुनर हाट में गए थे और वहां लिट्टी चोखा का आनंद लिया था। पीएम ने कहा कि हुनर हाट में समूचे भारत की कला और संस्कृति की झलक वाकई अनोखी थी, शिल्पकारों की साधना और हुनर के प्रति प्रेम की कहानियां भी  प्रेरणादायी होती है।

पीएम ने कहा कि भारत को जानने के लिए जब भी मौका मिले इस तरह के आयोजनों में जरुर जाना चाहिए, आप ना सिर्फ देश की कला और संस्कृति से जुड़ेंगे, बल्कि आप देश के मेहनती कारीगरों की विशेषकर महिलाओं की समृद्धि में भी अपना योगदान दे सकेंगे। उन्होंने अपने संबोधन में भारत की जैविक विविधता और सर्दियों में हिन्दुस्तान आने वाले प्रवासी पक्षियों का जिक्र किया। पीएम ने कहा कि भारत के वातावरण का आतिथ्य लेने के लिए दुनिया भर से अलग-अलग प्रजातियों के पक्षी भी हर साल यहां आते हैं, गर्व की बात है कि 3 सालों तक भारत COP कंवेंशन की अध्यक्षता करेगा, इस अवसर को कैसे उपयोगी बनायें, इसके लिये आप अपने सुझाव जरुर भेजें।

पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि हाल ही में जीवविज्ञानियों ने मछली की एक ऐसी नई प्रजाति की खोज की है जो केवल मेघालय में गुफाओं के अन्दर पाई जाती है, यह मछली ऐसी गहरी और अंधेरी भूमिगत गुफाओं में रहती है जहां रोशनी भी शायद ही पहुंच पाती है, यह भारत की जैव-विविधता को एक नया आयाम देने वाला है। पीएम ने कहा कि ये एक सुखद बात है कि हमारा भारत और विशेष तौर पर मेघालय एक दुर्लभ प्रजाति का घर है, हमारे आस-पास ऐसे बहुत सारे अजूबे हैं जो अब भी अंजान हैं, इन अजूबों का पता लगाने के लिए खोजी जुनून जरुरी होता है।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि हमारा नया भारत अब पुराने ढर्रे के साथ चलने को तैयार नहीं है। खासौतर पर न्यू इंडिया की हमारी बहनें और माताएं तो आगे बढ़कर उन चुनौतियों को अपने हाथों में ले रही है, जिनसे पूरे समाज में एक सकारात्मक बदलाव देखने को मिल रहा है। उन्होंने कहा कि इन दिनों हमारे देश के बच्चों में, युवाओं में साइंस और तकनीक के प्रति रूचि लगाचार बढ़ रही है। युवाओं को साइंस से जोड़ने के लिए इसरो ने युविका कार्यक्रम शुरू किया है। युविका का मतलब है युवा विज्ञानी कार्यक्रम। इस कार्यक्रम के तहत परीक्षा के बाद बच्चे छुट्टियों में इसरो के अलग अलग सेंटर जाकर स्पेस तकनीके के बारे में सीखते हैं।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने भाषण में काम्या, मुरादाबाद के हमीरपुर गांव के सलमान का जिक्र किया। काम्या ने सिर्फ 12 साल की उम्र में माउंट Aconcagua फतह किया। ये दक्षिण अमेरिका में Andes पवर्त की सबसे ऊंची चोटी है, जो लगभग 7000 मीटर ऊंची है। पीएम ने कहा कि काम्या सभी महाद्वीपों की सबसे ऊंची चोटियों को फतह करने में जुटी है। सलमान का जिक्र करते हुए पीएम ने कहा कि वे जन्म से ही दिव्यांग हैं, लेकिन उन्होंने अपने दम पर कुछ करने का फैसला शुरू किया। उन्होंने गांव में ही चप्पल और डिटरजेंट बनाने का काम शुरू किया। देखते ही देखते उनके काम के साथ कई और युवा जुड़ गए।