प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को नई दिल्ली में वीरता पुरस्कार पाने वाले 49 बच्चों से मुलाकात की। उन्होंने कहा कि जब आप सभी का परिचय हो रहा था, तो मैं हैरान था। इतनी कम आयु में जिस प्रकार आप लोगों ने अलग-अलग क्षेत्रों में जो प्रयास किए, जो काम किया वो अदभुत है। गौरतलब है कि गणतंत्र दिवस के कुछ दिन पहले राष्ट्रपति देशभर के साहसी बच्चों को 'बाल पुरस्कार' से सम्मानित करते हैं। इस साल भी राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने 22 बच्चों को वीरता का पुरस्कार दिया। इनमें 10 लड़कियां और 12 लड़के शामिल हैं। आज पीएम मोदी ने भी इन बच्चों से बात की और उनके साहस की तारीफ की।
मुलाकात के दौरान पीएम ने कहा कि आप सभी युवा साथियों के ऐसे साहसिक काम के बारे में जब भी सुनता हूं, आपसे बातचीत करता हूं, तो मुझे भी प्रेरणा मिलती है, ऊर्जा मिलती है। पीएम मोदी ने बच्चों को कुछ सीख देते हुए कहा कि पानी खड़े होकर नहीं बल्कि पानी बैठकर पीना चाहिए, पानी दवाई की तरह नहीं पीना चाहिए बल्कि पानी को टेस्ट लेकर पीना चाहिए। छोटी-छोटी चीजे होती हैं शरीर को जो हम बचपन में आदत डाल लेते हैं वो हमें जीवनभर काम आता है।
बता दें कि बच्चों से मुलाकात के बाद पीएम मोदी गणतंत्र दिवस परेड 2020 में भाग लेने वाले 1,700 से अधिक झांकी कलाकारों, आदिवासी मेहमानों, सांस्कृतिक कलाकारों, एनसीसी कैडेट्स और एनएसएस स्वयंसेवकों की मेजबानी करेंगे। पीएम मोदी से मिलने के बाद बाल पुरस्कार विजेताओं में से एक हृदयेश्वर सिंह भाटी ने कहा कि मैं नरेंद्र मोदी को देखता हूं, मैंने उनसे सीखा है कि अगर देश आपको कुछ देता है, तो आपको इसे किसी तरह वापस देना होगा।