पीएम मोदी की देशवासियों के साथ 55वीं 'मन की बात' के माध्यम से कहा कि मैं देश के विद्यार्थी दोस्तों के साथ, युवा साथियों के साथ एक बहुत ही दिलचस्प प्रतियोगिता के बारे में जानकारी साझा करना चाहता हूं और देश के युवक-युवतियों को निमंत्रित करता हूं। मैं स्कूलों से, अभिभावकों से, उत्साही आचार्यों और शिक्षकों से, विशेष आग्रह करता हूं कि वे अपने स्कूल को विजयी बनाने के लिए कड़ी मेहनत करें। 15 अगस्त को नए तरीके से मनाने का प्रयास किया जाएगा।
युवा अंतरिक्ष क्विज प्रतियोगिता में हिस्सा लें। इस क्विज में इनाम के रूप में सर्वाधिक स्कोर करने वाले बच्चों को सात सितंबर को श्रीहरिकोटा में चंद्रयान 2 की लैडिंग को प्रत्यक्ष रुप से देखने का मौक मिलेगा। उन्होंने कहा कि मुझे पूरा विश्वास है कि आपको आसमान के भी पार, अंतरिक्ष में, भारत की सफलता के बारे में जानकर जरूर गर्व हुआ होगा। चंद्रयान 2 मिशन ने एक बार फिर यह साबित किया है कि जब बात नए-नए क्षेत्र में कुछ नया कर गुज़रने की हो तो हमारे वैज्ञानिक सर्वश्रेष्ठ हैं, विश्व-स्तरीय हैं। हमें याद रखना चाहिए कि जीवन में भी मुश्किलों को पार करने का सामर्थ्य हमारे भीतर ही है।
त्योहारों के अवसर पर कई मेले लगते हैं। जल संरक्षण के लिए इन मेलों का भी उपयोग करें। मेघालय देश का पहला ऐसा राज्य बन गया है, जिसने अपनी जल-नीति तैयार की है, राज्य सरकार को बधाई। हरियाणा में, उन फसलों की खेती को बढ़ावा दिया जा रहा है, जिनमें कम पानी की जरूरत होती है और किसान का भी कोई नुकसान नहीं होता है। पीएम मोदी ने कहा कि जल संरक्षण दिल को छू जाने वाला विषय है। राज्य सरकार हों या एनजीओ हों जलसंरक्षण के लिए युद्ध स्तर पर कुछ-ना-कुछ कर रहे हैं। सामूहिकता का सामर्थ्य देखकर, मन को बहुत अच्छा लग रहा है, बहुत संतोष हो रहा है। इसका शानदार उदाहरण है झारखंड का आरा केरम गांव। मेरे कहने से पहले भी जल संरक्षण आपके दिल को छूने वाला विषय था, सामान्य मानवी की पसंदीदा विषय था। मैं अनुभव कर रहा हूं कि पानी के विषय ने इन दिनों हिन्दुस्तान के दिलों को झकझोर दिया है।