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सपा ने गठबंधन के सहारे मायावती की पीठ में घोंपा छूरा: PM मोदी

समाचार फर्स्ट डेस्क |

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लोकसभा चुनाव के पांचवें चरण के लिए प्रचार अभियान के आखिरी दिन शनिवार को प्रतापगढ़ में जनसभा को संबोधित करते हुए सपा बसपा गठबंधन और कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि कांग्रेस और सपा ने बहन जी को ऐसा धोखा दिया है कि उन्हें खुद भी पता नहीं चल रहा है।

'सपा ने मायावती की पीठ में छुरा घोंपा'

प्रधानमंत्री ने शहर के जीआईसी मैदान पर जनसभा को संबोधित करते हुए कहा, 'मायावती खुलेआम कांग्रेस की आलोचना करती हैं। कांग्रेस को कोसती हैं। वहीं समाजवादी पार्टी, कांग्रेस पर नरमी दिखाती है। कांग्रेस के नेता खुशी-खुशी समाजवादी पार्टी की रैलियों में मंच साझा कर रहे हैं। बहन जी को ऐसा धोखा इन लोगों ने दिया है कि उन्हें भी समझ नहीं आ रहा। अब ये साफ हो चुका है कि समाजवादी पार्टी ने गठबंधन के बहाने बहन मायावती की पीठ में छुरा घोंपा है। पिछले दरवाजे से समाजवादी पार्टी और कांग्रेस एक हो गए हैं।'

'यूपी के लोगों ने चार चरणों में तय कर दिए नतीजे'

इससे पहले पीएम मोदी ने कहा, 'चार चरणों के मतदान के बाद उत्तर प्रदेश के लोगों ने तय कर दिया है कि नतीजे क्या आने वाले हैं। अब पांचवें चरण से पहले अगर ये महामिलावटी लोग आपका ये उत्साह देख लेंगे तो शायद मैदान ही छोड़ देंगे। उत्तर प्रदेश के लोगों ने जिस तरह ठान लिया है कि विकास के आगे उन्हें कुछ भी मंजूर नहीं है। इन महामिलावटी लोगों को समझ ही नहीं आ रहा है कि अब बचा हुआ चुनाव बचाने के लिए कौन सा खेल खेला जाए। कल तक कांग्रेस के नामदार कहते थे कि वो मोदी के प्रभाव से डरते हैं। अब वो कहने लगे हैं कि मोदी से तब तक नहीं जीत सकते, जब तक मोदी की मेहनत और मोदी की देशभक्ति पर दाग न लग जाए। वोट काटना, समाज तोड़ना, देश बांटना, कैबिनेट का अध्यादेश फाड़ना, यही कांग्रेस की पहचान बन गया है।'

'महामिलावट के इस पंजे के पांच भयानक खतरे'

प्रधानमंत्री ने कहा, 'न मैं गिरा और न मेरी उम्मीदों के मीनार गिरे, पर कुछ लोग मुझे गिराने में कई बार गिरे। मजबूरी और अवसरवाद की इस महामिलावट का पंजा बहुत खतरनाक है। जब-जब ये महामिलावटी पंजा सत्ता में आता है, देश को इसका नुकसान उठाना पड़ता है। महामिलावट के इस पंजे के पांच भयानक खतरे हैं- पहला खतरा- भ्रष्टाचार, दूसरा खतरा – अस्थिरता, तीसरा खतरा – जातिवाद, चौथा खतरा – वंशवाद, पांचवां खतरा-कुशासन।