पंजाब में कांग्रेस की अंतर्कलह खत्म होने का नाम नहीं ले रही। अब पंजाब के 26 विधायकों और 4 कैबिनेट मंत्रियों ने मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। ये सभी नेता कैप्टन अमरिंद को सीएम पद से हटाने की मांग कर रहे हैं। इसी को लेकर आज कैबिनेट मंत्री तृप्त राजिंदर सिंह बाजवा के घर चार कैबिनेट मंत्री समेत 21 विधायक और तकरीबन आधा दर्जन पूर्व विधायक एकत्रित हुए। बैठक के बाद कैबिनेट मंत्री चरणजीत चन्नी ने कहा कि अब मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह में हमारा भरोसा नहीं रहा है। हम केंद्रीय नेतृत्व से मुख्यमंत्री को बदलने की मांग करेंगे।
खबर है कि कैप्टन के खिलाफ बगावत में उतरे ये विधायक और मंत्री सिद्धू खेमे से आते हैं। इन नेताओं का कहना है कि मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह जनता से जुड़े मुद्दों को सुलझाने और 2017 चुनाव में जनता से किए गए कांग्रेस पार्टी के वायदों को पूरा करने में विफल रहे हैं। बरगाड़ी कांड, नशे के सौदागरों को पकड़ना, बिजली समझौते के मसले, बस, केबल नेटवर्क, रेत, दलित मुद्दों पर कार्रवाई नहीं हो रही। ऐसे में आने वाले चुनाव में विरोधियों को बढ़त मिल सकती है।
वहीं, बैठक के बाद पंजाब कांग्रेस के महासचिव प्रगट सिंह के साथ असंतुष्ट विधायकों का पक्ष लेकर 4 मंत्री दिल्ली निकल गए हैं। ये मंत्री दिल्ली में कांग्रेस हाईकमान से मिलकर कैप्टन अमरिंदर सिंह को पद से हटाने के मांग करेंगे। इन चारों मंत्रियों के नाम तृप्त राजिंदर बाजवा, सुखजिंदर सिंह रंधावा, सुख सरकारिया और चरणजीत सिंह चन्नी हैं। हालांकि पंजाब का नया मुख्यमंत्री कौन होगा इस बात पर उन्होंने कोई जवाब नहीं दिया है।