प्राइवेट सेक्टर के यस बैंक पर भारतीय रिजर्व बैंक ने वित्तीय प्रतिबंध लगा दिया है। सरकार से विचार विमर्श करने के बाद आरबीआई ने ये फैसला लिया है की अगले 1 महीने तक यस बैंक से कोई भी अकाउंटहोल्डर 50 हजार रुपये से ज्यादा पैसा नहीं निकाल सकता है। आरबीआई की यह प्रतिबंध 3 अप्रैल 2020 तक लागू होगा। आरबीआई के इस फैसले के बाद किसी भी बचत या चालू खाता से 50 हजार रुपये से अधिक की निकासी नहीं किया जा सकता है।
केंद्र सरकार से विचार विमर्श के बाद RBI ने बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स को भंग कर दिया है। साथ ही अगले 30 दिनों के लिए बैंक की कमान एसबीआई के पूर्व सीएफओ प्रशांत कुमार को दिया है। आरबीआई ने कहा कि यस बैंक की वित्तीय स्थित बेहद खराब है। यस बैंक को करीब 15 साल पहले शुरू किया गया था। वर्तमान में इस बैंक पर दोहरी मार पड़ते दिखाई दे रही है। एक तरफ बैंक पर कर्ज का बढ़ता जा रहा है।
वहीं, शेयरों में लगातार गिरावट देखने को मिल रहा है. बैंक की बदहाली का अंदाजा इस बात से भी लगाया जा सकता है कि 15 महीनों के अंदर निवेशकों को 90 फीसदी तक का घाटा हो चुका है. सितंबर 2018 में यस बैंक का कुल मार्केट कैपिटलाइजेशन 90 हजार करोड़ रुपये था, जोकि अब घटकर 9 हजार करोड़ रुपये ही रह गया है।