इंडिया

सक्रिय राजनीति में आने के सवाल को अनदेखा करते हुए वाड्रा ने की पत्‍नी की तारीफ, कहा-संसद में बदलाव लाएंगी प्रिंयका

 

  • रॉबर्ट वाड्रा ने शिमला के जाखू मंदिर में प्रार्थना की और मीडिया से विभिन्न राजनीतिक और धार्मिक मुद्दों पर चर्चा की।
  • उन्होंने धर्मनिरपेक्षता को बढ़ावा देने और धर्म आधारित राजनीति के खिलाफ कड़ी प्रतिक्रिया दी।
  • डॉक्टर मनमोहन सिंह के योगदान की सराहना करते हुए उनके नाम पर स्मारकों और कॉलेजों के निर्माण का सुझाव दिया।

Robert Vadra Jakhu Temple visit: कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी के पति और व्यवसायी रॉबर्ट वाड्रा ने शिमला के प्रसिद्ध जाखू मंदिर में प्रार्थना की। वाड्रा ने बताया कि यह उनके लिए एक विशेष अवसर था क्योंकि वह नए साल की शुरुआत में अपने परिवार और देश की भलाई के लिए प्रार्थना करना चाहते थे। उन्होंने कहा, “प्रियंका, बच्चे और परिवार के बाकी सदस्य व्यस्त हैं, लेकिन मैंने निर्णय लिया कि मैं यहां आकर प्रार्थना करूं। मेरी प्रार्थना पूरे देश और यहां के लोगों के बीच भाईचारे को बढ़ावा देने के लिए है।”

मीडिया ने बातचीत में पूछा कि  प्रियंका और संसद से क्या उम्मीद करते हैं और रॉबर्ट कब तक सक्रिय राजनीति में आ जाएंगे? जवाब  में वाड्रा ने कहा, “मुझे प्रियंका पर गर्व है। उन्होंने संसद में अपने पहले भाषण में जनता की समस्याओं को सामने रखा और महिला सुरक्षा, किसान मुद्दों और अन्य जरूरी विषयों पर बात की। वह एक बड़े बदलाव का नेतृत्व करेंगी। उन्होंने इंदिरा गांधी, सोनिया गांधी और राहुल गांधी से बहुत कुछ सीखा है और उनकी मेहनत से देश को नई दिशा मिलेगी।”

वाड्रा ने  धर्म आधारित राजनीति की कड़ी आलोचना की और कहा, “हमारा देश धर्मनिरपेक्षता के सिद्धांतों पर बना है। हमें सभी धर्मों और उनके विश्वासों का सम्मान करना चाहिए। मस्जिदों के सर्वेक्षण और मंदिरों को तोड़ने जैसी घटनाएं गलत हैं। हमें अपने ऐतिहासिक और सांस्कृतिक धरोहरों का सम्मान करना चाहिए और धार्मिक राजनीति से बचना चाहिए।”

दिल्ली चुनावों से पहले मंदिरों को गिराने और धर्म आधारित राजनीति के सवाल पर वाड्रा ने कहा, “धार्मिक स्थलों को तोड़ना या किसी भी धर्म को आहत करना गलत है। देश को एकजुट रखने का एकमात्र तरीका धर्मनिरपेक्षता है। हमें यह समझना होगा कि लोग अपने धार्मिक स्थलों पर प्रार्थना करते हैं क्योंकि यह उन्हें शांति और समस्याओं का समाधान महसूस कराता है। राजनीति और धर्म को अलग रखना ही सही तरीका है।”

डॉक्टर मनमोहन सिंह के योगदान का उल्लेख करते हुए वाड्रा ने कहा, “डॉक्टर मनमोहन सिंह एक महान नेता और अर्थशास्त्री थे। उन्होंने देश को आर्थिक मंदी से बाहर निकाला और विकास की दिशा में अग्रसर किया। उनके नाम पर कॉलेज या स्मारक का निर्माण करना उनकी स्मृति को सम्मान देने का सबसे अच्छा तरीका होगा। इससे बीजेपी सरकार की छवि भी सकारात्मक होगी।”

कंटेंट एवं डिजाइन:अखिलेश

Akhilesh Mahajan

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