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शहर के मुकाबले गांव के स्टूडेंटस बन रहे है एंट्रोप्रन्योर: रिपोर्ट

पंकज चंबियाल |

देश में एंट्रोप्रन्योर बनने के मामले में शहर के मुकाबले गांव के स्टूडेंटस ज्यादा इंट्रस्ट ले रहे है। देश के करीब 61 प्रतिशत भारतीय स्टूडेंटस में एंट्रोप्रन्योरशिप को सबसे अच्छा माना जा रहा है जिसमें शहर के मुकाबले गांव में रहने वाले स्टूडेंटस अपना खुद का बिजनेस करने ज्यादा रूचि ले रहे हैं।

नेल्सन की एमवे इंडिया एंट्रोप्रन्योरशिप रिपोर्ट 2017( AIER 2017) के मुताबिक 71 फिसदी उत्तरदाताओं ने खुद के बिजनेस के फेल होने को सबसे बड़ी बाधा बताया। सर्वे के अनुसार 78 फिसदी एजुकेशन में बदलाव चाहते हैं जबकि 75 फिसदी स्टूडेंटस चाहते हैं कि एंट्रोप्रन्योरशिप कोर्स को एजुकेशन में शामिल किया जाना चाहिए।
 
एमवे इंडिया ने ये सर्वे देश के 28 राज्यों के करीब 10,809 फाईनल ईयर अंडरग्रेच्यूएट के बीच करवाया। जिसमें 21 राज्यों के गांवों से आने वाले स्टूडेंटस, 28 छोटे कस्बों के,  6,269 पुरूष और 4,540 महिलाओं को इंक्लू़ड किया गया है।

हिमाचल के 23 फिसदी करना चाहते है बिजनेस

रिपोर्ट के मुताबिक हिमाचल के 23 फिसदी स्टुडेंटस खुद का बिजनेस करना चाहते हैं। वहीं मध्यप्रदेश के 47 प्रतिशत, गुजरात के 45, बिहार के 24 और हरियाणा के 21 प्रतिशत स्टूडेंटस ने खुद का बिजनेस करने की दिलचस्पी दिखाई है।