चारा घोटाल मामले में जेल की सजा काट रहे लालू यादव को सुप्रीम कोर्ट से बड़ी झटका लगा है, सुप्रीम कोर्ट ने लालू यादव की जमानत अर्जी खारिज कर दी है। लालू यादव ने स्वास्थ्य के आधार पर बेल की मांग की थी। सुप्रीम कोर्ट के फैसला से साफ हो गया है कि लालू यादव को जेल में ही रहना होगा। फिलहाल वह रांची के रिम्स में इलाज करा रहे हैं।
1980 के दशक के बाद बिहार के लोगों के लिए यह पहला चुनाव है जो बिना लालू प्रसाद यादव की मौजूदगी में लड़ा जा रहा है। राष्ट्रीय जनता दल की कमान उनके हाथ में है लेकिन दोनों बेटों में ही आपस में ही नहीं बन रही है। उनके बड़े बेटे तेज प्रताप ने राजद के खिलाफ ही मोर्चा खोल दिया है और लालू राबड़ी मोर्चा बनाकर दो जगहों से उम्मीदवार उतारने की बात कर रहे हैं।
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार अब एनडीए में हैं। राजद के पास कोई ऐसा नेता नहीं है कि वह बीजेपी और जदयू को उस तरह से घेर सके जैसे लालू घेरते हैं। उनके बेटे तेजस्वी मेहनत कर रहे हैं लेकिन बिहार की जनता लालू के भाषणों को मिस कर रही है। लालू स्वास्थ्य के आधार पर बाहर आना चाहते थे लेकिन सीबीआई का कहना है कि बाहर आकर वह राजनीति करेंगे। आज की सुनवाई में यह तय हो गया है कि लालू जेल में ही रहेंगे।