भारत और पाकिस्तान के बीच एक बार फिर करतारपुर कॉरिडोर को लेकर आज अहम बैठक हो रही है। इसमें कॉरिडोर पर जारी गतिरोध दूर करने की रणनीति बनेगी। चर्चा में शिरकत करने के लिए भारतीय प्रतिनिधिमंडल बाघा बॉर्डर पहुंच चुका है। खालिस्तान समर्थकों की बैठक में मौजूदगी को लेकर भी चर्चा होनी तय मानी जा रही है। क्योंकि पाकिस्तान ने बैठक से ठीक पहले जो चाल चली है, वो सबके सामने आ गया है।
करतारपुर कॉरिडोर को लेकर पाकिस्तान के साथ आज दूसरे दौर की बातचीत वाघा बॉर्डर पर होगी। दोनों देशों के बीच करतारपुर तीर्थ यात्रा की रूपरेखा पर होगी चर्चा, शुल्क, हाईटेक सर्विलांस और अन्य मुद्दों पर भी बातचीत होगी।
करतारपुर कॉरिडोर खोले जाने की तारीख तय है। इसे 22 नवंबर को होने वाली गुरु नानक की 550वीं जयंती से पहले शुरू होना है, लेकिन तैयारियां अभी भी बाकी हैं। हिन्दुस्तान ने अपने हिस्से के काम को तेजी से निपटाया है, लेकिन पाकिस्तान की बदनीयती कहिए कि वो लगातार पेच फंसा रहा है और ननकाना साहिब में पवित्र दर्शन की राह में रोड़े अटका रहा है। उन्हीं बाधाओं को दूर करने के लिए दोनों देशों में आज फिर वाघा बॉर्डर पर बैठक हो रही है। लेकिन जिस तरह से पाकिस्तान आनाकानी का रवैया अपनाता रहा है, वो समाधान की ओर जाता नहीं दिख रहा।