श्रीलंका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति गोटबाया ने भारत को लेकर अपना बयान दिया है। गोटबाया राजपक्षे ने कहा है कि उनका देश भारत के साथ काम करेगा और वह ऐसा कुछ नहीं करेगा जिससे उसके हितों को नुकसान पहुंचे। दरअसल राजपक्षे परिवार का झुकाव चीन की और ज्यादा होने के कारण ये अंदेशा जताया जा रहा था कि इस जीत का सीधा असर भारत पर पड़ेगा।
हालांकि नवनिर्वाचित राष्ट्रपति गोटबाया राजपक्षे ने इस सप्ताह के अंत में भारत की अपनी यात्रा से पहले कहा कि वह चाहते है कि श्रीलंका एक तटस्थ देश बने और सभी देशों के साथ मिलकर काम करे। उन्होंने कहा, 'हम भारत के साथ एक मित्र राष्ट्र के रूप में काम करेंगे और ऐसा कुछ नहीं करेंगे जिससे भारत के हितों को नुकसान पहुंचे। हम भारत की चिंताओं को समझते हैं, इसलिए हम किसी भी उस गतिविधि में शामिल नहीं हो सकते हैं जिससे भारत की सुरक्षा को खतरा हो।'
राजपक्षे 29 नवंबर को श्रीलंकाई राष्ट्रपति के रूप में अपनी पहली आधिकारिक यात्रा के रूप में भारत की यात्रा पर जाएंगे। इससे पहले रक्षा सचिव रहते वह साल 2012 और 2013 में भारत के दौरे पर आए थे। राजपक्षे ने कहा कि हम भारत और चीन दोनों से करीबी संबंध चाहते हैं।