राफेल विमान सौदे पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने शुक्रवार दोपहर को प्रेस कॉन्फ्रेंस की। प्रेस कॉन्फ्रेंस में शाह ने राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए कहा कि राहुल गांधी ने राफेल के मुद्दे पर देश को गुमराह किया है, उन्हें देश से माफी मांगनी चाहिए। सुप्रीम कोर्ट के फैसले से सत्य की जीत हुई है, राहुल गांधी ने अपनी पार्टी को फायदा पहुंचाने के लिए झूठ की राजनीति की शुरुआत की है।
अमित शाह ने कहा कि झूठ के पैर नहीं होते हैं, हमेशा सत्य की ही जीत होती है। उन्होंने कहा कि चार याचिकाओं में तीन मुद्दों पर सवाल उठाए गए थे। निर्णय प्रक्रिया, ऑफसेट और दाम, तीनों ही मसलों पर सुप्रीम कोर्ट ने क्लीन चिट दी है। शाह ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट का फैसला आरोप लगाने वालों के मुंह पर तमाचा है। आरोप लगाने वाले जनता और सेना से माफी मांगें।
शाह बोले कि भारत सरकार का ऑफसेट पार्टनर चुनने में कोई रोल नहीं है। राहुल गांधी ने देश की सुरक्षा से खिलवाड़ किया है। उन्होंने कांग्रेस पर हमला करते हुए कहा कि 2001 में वायुसेना ने विमानों की मांग की थी, 2004 से प्रक्रिया शुरू हुई लेकिन 2007 से 2014 तक कोई भी सौदा फाइनल नहीं हो सका था। राहुल गांधी इसकी जानकारी दें कि सौदा फाइनल क्यों नहीं हुआ था, राफेल से जुड़ी जानकारी कांग्रेस अध्यक्ष के पास कैसे पहुंच गई उन्हें बताना चाहिए। उन्होंने पूछा कि क्या कांग्रेस ने कमीशन के लिए राफेल डील को रोका गया था?
अमित शाह ने कहा कि राहुल गांधी ने हर सभा में हर नुक्कड़ पर सौदे को लेकर सवाल उठाए गए थे। कांग्रेस के 10 साल के शासन में 12 लाख करोड़ रुपये के घोटाले हुए थे। उन्होंने कहा कि अगर सब चोर इकट्ठा होकर चौकीदार को चोर कहने लगे, तो जनता कभी नहीं मानेगी कि चौकीदार चोर है। चोर-चोर वही चिल्लाते हैं, जिनको चौकीदार का भय है। सूरज के सामने कीचड़ उछालने से उसका तेज कम नहीं होता है। हम सदन में चर्चा के लिए तैयार हैं।