पुलवामा हमले को लेकर रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण की सोमवार को थल सेना, वायु सेना और नौसेना के प्रमुखों और भारतीय दूतावास के अधिकारियों के साथ बैठक शुरू हो गई है। ये बैठक दो दिन चलेगी। पुलवामा आतंकी हमले के बाद अंतरराष्ट्रीय संबंधों के लिए इसे महत्वपूर्ण माना जा रहा है ।
दिल्ली में दो दिन चलने वाली बैठक में 42 देशों में पदस्थ भारत के डिफेंस प्रतिनिधि (अटैची) भी मौजूद रहेंगे। ये भारतीय दूतावासों से जुड़े वे अफसर होते हैं, जो सैन्य क्षेत्र से जुड़े मामलों को देखते हैं। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक बताया जा रहा कि बैठक में अमेरिका, रूस और अन्य मित्र राष्ट्रों सहित दुनिया के महत्वपूर्ण देशों के साथ संबंधों पर विस्तृत चर्चा होगी। विदेश मंत्रालय के प्रतिनिधि भी सैन्य संबंधों पर अपने विचार रखने के लिए भाग लेंगे।
पाकिस्तान पर दबाव बनाने की कोशिश
सूत्रों का यह भी कहना है कि इस बैठक के जरिए सरकार सुरक्षा चुनौतियों को लेकर अधिकारियों से प्रतिक्रिया लेगी। पाकिस्तान पर चौतरफा दबाव बनाने के लिए घाटी में उसके सारे तंत्र को खत्म किया जा रहा है। 150 अलगाववादियों को हिरासत में लिया जाना इसी सख्ती का नतीजा है।