कोरोना की तीसरी लहर के बीच देश में बेरोजगारी फिर बढ़ने लगी है. प्राइवेट थिंक टैंक सेंटर फॉर मॉनिटरिंग इंडियन इकोनॉमी (CMIE) की रिपोर्ट के अनुसार दिसंबर में बेरोजगारी दर 7.9% रही जो नवंबर (7.0%) के मुकाबले ज्यादा है. CMIE के अनुसार अगस्त 2021 (8.3%) के बाद यह बेरोजगारी दर सबसे ज्यादा है.
CMIE के ताजा डेटा के मुताबिक दिसंबर में शहरी क्षेत्रों में बेरोजगारी दर 9.3% पर पहुंच गई है. नवंबर में ये 8.2% थी. ग्रामीण बेरोजगारी दर भी दिसंबर में बढ़कर 7.3% पर पहुंच गई है. कई अर्थशास्त्रियों को चिंता है कि ओमिक्रॉन पिछली तिमाही में देखे गए आर्थिक सुधार को नुकसान पहुंचा सकता है.
दिसंबर में सबसे ज्यादा बेरोजगारी दर हरियाणा की रही, यहां ये 34.1% रही है. इसके बाद राजस्थान में 27.1%, झारखंड 17.3%, बिहार 16% और जम्मू-कश्मीर में 15% रही. राजधानी दिल्ली की बात करें तो दिसंबर में यहां बेरोजगारी की दर 9.8% रही.
CMIE के मुताबिक भारतीय अर्थव्यवस्था की सेहत को बेरोजगारी दर सही तरह से दर्शाती है, क्योंकि यह देश की कुल जनसंख्या में कितने बेरोजगार हैं, इसको बताती है. थिंक टैंक को उम्मीद है कि रबी फसल की बुआई की शुरुआत में तेजी देखने को मिल सकती है. इसका मतलब है कि चालू वित्त वर्ष में एग्री सेक्टर एक बार फिर शानदार प्रदर्शन करेगा. इससे प्रवासी मजदूर खेतों की ओर वापसी करेंगे.