नागरिकता संशोधन कानून को लेकर सोमवार को नॉर्थ ईस्ट दिल्ली में दो गुटों के बीच हुई ताजा झड़प ने ऐसा हिंसक मोड़ लिया कि सात लोगों की मौत हो गई। दिल्ली के जाफराबाद-मौजपुर के इलाकों में सोमवार को नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) का समर्थन करने वाले और विरोध करने वाले समूहों के बीच संघर्ष हुआ और प्रदर्शनकारियों ने कई घरों, दुकानों औऱ वाहनों में आग लगा दी और एक-दूसरे पर पथराव किया था।
दिल्ली के ब्रह्मपुरी और मौजपुर इलाके में तीसरे दिन भी पत्थरबाजी और हिंसक प्रदर्शन जारी है। आज सुबह ही कुछ इलाकों में उपद्रवियों ने पत्थरबाजी शुरू कर दी। रविवार से शुरू हुई हिंसा में अब तक एक हेड कांस्टेबल समेत सात लोगों की मौत हो चुकी है। वहीं एहतियात के तौर पर पांच मेट्रो स्टेशन, जाफराबाद, मौजपुर-बाबरपुर, गोकुलपुरी, जौहरी एंक्लेव और शिव विहार बंद कर दिए हैं।
इस हिंसक प्रदर्शन में एक पुलिस कर्मी समेत 7 लोगों की मौत हो गई। इसके अलावा, हिंसा में अर्द्धसैनिक बल और दिल्ली पुलिसकर्मियों सहित कम से कम 50 लोग घायल हुए हैं। हिंसक प्रदर्शन को देखते हुए न सिर्फ कई मेट्रो के एग्जिट और एंट्री को बंद करना पड़ा, बल्कि सुरक्षाबलों की अतिरिक्त तैनाती की गई। मंगलवार को भी झड़प देखने को मिली। हालांकि, दिल्ली के इस भयावह हालात को देखते हुए दिल्ली सरकार और केंद्रीय गृह मंत्रालय में बैठकों का दौर भी जारी है।