पश्चिम बंगाल में बवाल थमता नजर नहीं आ रहा है। उत्तर 24 परगना में दो गुटों में फायरिंग और बमबाजी में नाबालिग की मौत हो गई है। पुलिस के मुताबिक, बैरकपुर लोकसभा क्षेत्र के अंतर्गत भाटपार थाना क्षेत्र के कांकिनारा बाजार में उपद्रवियों ने गोलियां चलाईं और बम फेंके। इस झड़प में नाबालिग की मौत और कुछ घायल हो गए हैं। पुलिस ने बताया कि हिंसा में मारे गए नाबालिग का नाम राम बाबू शॉ है और उसकी उम्र 17 साल है। हिंसा के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने फायरिंग और आंसू गैस के गोले दागकर भीड़ को भगाया।
इलाके में रैपिड एक्शन फोर्स (आरएएफ) को तैनात कर दिया गया है। घायलों को बैरकपुर के बीएन बोस अस्पताल में एडमिट कराया गया है। गौरतलब है कि भटपारा से पूर्व टीएमसी विधायक अर्जुन सिंह अब बैरकपुर से बीजेपी सांसद हैं। उनके बेटे पवन सिंह ने उपचुनाव में वह सीट जीती है। लोकसभा चुनाव संपन्न होने के बाद इस इलाके में हिंसा शांत नहीं हुई है। पश्चिम बंगाल के डीजीपी वीरेंद्र द्वारा नए भटपारा पुलिस स्टेशन के उद्धाटन से कुछ घंटों पहले ही यह घटना हुई।
बंगाल में चुनाव से पहले और उसके बाद हिंसा का दौर लगातार जारी है। बीजेपी और सत्ताधारी तृणमूल कांग्रेस के कार्यकर्ताओं के बीच आए दिन खून झड़प चलती रहती है। इसमें दोनों पार्टियों के कार्यकर्ताओं की जान गई है। मंगलवार को कूच बिहार जिले में बीजेपी की युवा शाखा के कार्यकर्ता की हत्या कर दी गई थी। बीजेपी ने इसके लिए टीएमसी को जिम्मेदार ठहराया था।
भाजपा ने इस बारे में एक सोशल मीडिया पोस्ट भी लिखी थी। पार्टी ने लिखा, "भारतीय जनता युवा मोर्चा (भाजयुमो) के कार्यकर्ता 28 वर्षीय आनंद पाल की मंगलवार को कूच बिहार जिले के नताबारी इलाके में तृणमूल कांग्रेस के गुंडों ने बेरहमी से हत्या कर दी।
इसमें आगे कहा गया कि ''क्या मुख्यमंत्री ममता बनर्जी में कोई दया नहीं है? यह बंगाल के इतिहास का सबसे काला दौर है।" कुछ दिन पहले, बीजेपी ने दावा किया कि एक अन्य पार्टी कार्यकर्ता सरस्वती दास की बंगाल के बशीरहाट में हत्या कर दी गई थी। यह घटना उत्तर 24 परगना जिले के संदेशखली में तृणमूल और भाजपा कार्यकर्ताओं के बीच हिंसक झड़पों के बाद हुईं जहां कम से कम दो भाजपा और एक तृणमूल कार्यकर्ता मारे गए थे