नगर निगम चुनाव भाजपा संगठन और उसकी सरकार के लिए चुनौती से कम नहीं हैं। चुनावी दंगल में विपक्ष से दो-दो हाथ करने के साथ ही भाजपा को अपनों की चुनौती से भी जूझना पड़ रहा है। हाल ही में जिले के दौरे के बहाने चुनावी समीकरणों की टोह लेकर लौटे मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर को बागियों से होने वाले नुकसान की चिंता सता रही है। मुख्यमंत्री को इस बाबत खुफिया तंत्र ने फीडबैक देकर आगाह किया है।
सूत्रों के अनुसार खुफिया तंत्र ने मुख्यमंत्री को अलर्ट किया है कि भाजपा के 14 बागी जीत की राह में बड़ा रोड़ा अटका सकते हैं। बताया जा रहा है कि खुफिया रिपोर्ट के बाद मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने अपने सिपहसालारों को अभी से बागियों को साधने के आदेश दे दिए हैं। नगर निगम धर्मशाला के 17 वालों में भाजपा के 14 बागी आजाद चुनाव लड़ रहे हैं जिनको पार्टी ने निष्कासित कर दिया है। सूत्रों की मानें तो मुख्यमंत्री ने नगर निगम धर्मशाला के चुनाव प्रभारी राकेश पठानिया और विधायक विशाल नैहरिया से बागियों को न मना पाने को लेकर नाराजगी भी जताई है। दूसरी ओर धर्मशाला में कांग्रेस के भी करीब 5 बागी आजाद चुनाव लड़ रहे हैं । हालांकि, कांग्रेस पार्टी उन्हें अपना कार्यकर्ता नहीं बता रही न ही उम्मीदवार पार्टी को अपना बता रहे। इस बीच, चुनाव प्रचार में सांसद किशन कपूर का अचानक सक्रिय होना नए राजनीतिक समीकरणों को जन्म दे रहा है
धर्मशाला की हॉट सीट कौन सी है ?
धर्मशाला के तीन वार्ड हॉट सीट बन गए हैं। शामनगर से वार्ड बदलकर रामनगर से चुनाव लड़ रहे कांग्रेस के मेयर देवेंद्र जग्गी की सीट सियासी रूप से हॉट बनी हुई है। वे प्रचार में सुधीर शर्मा के नाम या फोटो का इस्तेमाल नहीं कर रहे हैं। भाजपा उम्मीदवार डिप्टी मेयर ओंकार नैहरिया के वार्ड तीन में पार्टी के तीन बागियों ने सियासी लड़ाई कांटे की बना दी है। विधायक विशाल नैहरिया के वार्ड सिद्धपुर में बागी सर्वचंद गलोटिया ने आजाद लड़कर इसको हॉट सीट बना दिया।