मुख्यमंत्री राहत कोष से प्रदेश में सबसे अधिक अंशदान सिराज विधानसभा क्षेत्र को दिया गया है। बताते चलें कि सिराज वहीं विधानसभा क्षेत्र है जहां से जयराम ठाकुर विधायक रहे हैं और इस बार प्रदेश के मुख्यमंत्री बने हैं । प्रदेश में मुख्यमंत्री राहत कोष का गठन गरीब और बीमार लोगों के लिए सहायता राशि मुहैया करवाने के लिए किया जाता है। जिसमें प्रदेश के कई तरह के गैर राजनीतिक संगठन विभाग अपना योगदान अंशदान के रूप में करते हैं।
27 दिसंबर 2017 से 15 जनवरी 2019 तक के विधानसभा सत्र के दौरान विधायक पवन काजल द्वारा पूछे गए जवाब में बताया गया कि इस दौरान 17 करोड़ रुपए सरकार को अंशदान के रूप में प्राप्त हुए जिनमें से सबसे अधिक बीमारी और बीमारी के इलाज के लिए पैसों का अनुदान सिराज विधानसभा के लिए किया गया जिसमें 3 करोड़ 3 लाख 17140 रुपए विभिन्न जगहों पर लोगों को बांटे गए ।
इसके बाद दूसरा नंबर परागपुर विधानसभा क्षेत्र का पड़ा जहां पर 9124300 रुपए अंशदान के रूप में दिए गए तीसरे नंबर पर मनाली विधानसभा रही जहां पर 4884100 रुपे चौथे नंबर पर नाचन 4449500 रुपे सुंदर नगर को 38लाख 86 हजार एक सौ रुपए रोडू को 3475530 रुपे पौंटा साहिब को 30 लाख 4200 रूपये, देहरा को 3327300 रुपये भोरंज को 2665100 रुपे नैना देवी को 2834500 रुपये कांगड़ा को 1583200 मुख्यमंत्री राहत कोष से दिए गए।
इस तरह से यह कहा जा सकता है कि मुख्यमंत्री होने का लाभ कहीं ना कहीं क्षेत्र के लोगों को जरूर मिलता है और यही कारण रहा कि सबसे अधिक लाभ सिराज विधानसभा क्षेत्र के लोगों को भी मिला चाहे मामले पूरे प्रदेश से कितने भी आते रहे हो। यहां ये भी कहा जा सकता है कि जितना बजट 7 विधानसभा क्षेत्रों को गया उतना अकेले सिराज को दिया गया। इसलिए इस मसले पर चर्चा है ,जिसकी डफली उसका राग।