लोकसभा के चुनावों के बाद हिमाचल प्रदेश के दो मंत्री पद खाली हुए है। इन दो पदों पर किसकी लॉटरी लगेगी इसके लिए अभी से लॉबिंग शुरू हो चुकी है। लेकिन यह माना जा रहा है की कांगड़ा और मंडी जिला से ये 2 पद खाली हुए हैं। वहीं से इनके भरे जाने की संभावना व्यक्त की जा रही है।
पहला पद कांगड़ा के मंत्री रहे किशन कपूर के लोकसभा में जाने के बाद खाली हुआ है। जबकि दूसरा पद मंडी जिला से अनिल शर्मा के इस्तीफ़े के बाद खाली हुआ है। यह माना जा रहा है कि कांगड़ा से मंत्री पद की दौड़ में सबसे आगे राकेश पठानिया चल रहे हैं उनको इस बार मंत्री पद मिल सकता है वैसे भी नूरपुर में भाजपा को लोकसभा चुनावों में काफी बढ़त मिली है। पठानिया पहले भी मंत्री पद की दौड़ में थे लेकिन उन्हें मंत्री पद नहीं मिला। इस बार उनका मंत्री बनना तय माना जा रहा है।
दूसरी तरफ मंडी जिला से अनिल शर्मा के इस्तीफे के बाद एक मंत्री पद ख़ाली हुआ है। इस मंत्री पद पर कई लोगों की निगाहें हैं। जिसके लिए लॉबिंग भी शुरू हो गई है। लेकिन यहां पर सरकाघाट के कर्नल इंद्र सिंह को मंत्री पद मिल सकता है। क्योंकि एक तो वह लगातार वहां से जीत रहे हैं दूसरा भाजपा के वरिष्ठ नेताओं में आते हैं।
अब राजनीतिक गलियारों में ये चर्चा है कि या तो उन्हें कैबिनेट मंत्री बनाया जा सकता है या फिर डॉक्टर राजीव बिंदल को कैबिनेट मंत्री बनाकर उनकी जगह कर्नल इन्द्र को विधानसभा अध्यक्ष बनाया जा सकता है। वैसे नाचन से विनोद कुमार और चम्बा से विक्रम जरियाल भी मंत्री पद के लिए लॉबिंग कर रहे हैं। सह-सचेतक का पद भी खाली है जिस पर हमीरपुर से नरेन्द्र ठाकुर को लगाया जा सकता है।