रूस-यूक्रेन के बीच जारी युद्ध के बीच हजारों भारतीय छात्र अभी भी यूक्रेन में फंसे हुए हैं। इसमें से करीब 317 छात्र हिमाचल के भी शामलि हैं। मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा कि सरकार यूक्रेन में फंसे छात्रों की सकुशल स्वदेश वापसी के लिए हर संभव प्रयास कर रही है। सभी को जल्द ही सकुशल वापस लाया जाएगा। बात मुख्यमंत्री ने सोमवार को यूक्रेन में फंसे छात्रों और उनके अभिभावकों से वर्चुअल माध्यम से बातचीत के दौरान कही।
मुख्यमंत्री ने यूक्रेन में फंसे विद्यार्थियों को यूक्रेन में भारतीय दूतावास के दिशा-निर्देशों का सख्ती से पालन करने का परामर्श दिया। उन्होंने कहा कि छात्र दूतावास के अधिकारियों और अपने-अपने संस्थानों के प्रबंधन से परामर्श के उपरान्त ही स्थान छोड़ें। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार विद्यार्थियों की सुरक्षा को लेकर चिंतित है और उनकी सकुशल वापसी के लिए हर संभव प्रयास कर रही है। राज्य सरकार विद्यार्थियों की सुरक्षित वापसी के लिए भारत सरकार से लगातार संपर्क में है। केन्द्र सरकार स्थिति से पूरी तरह अवगत है और सुरक्षित वापसी प्रक्रिया की निगरानी और समन्वय के लिए यूक्रेन के विभिन्न पड़ोसी देशों में चार केंद्रीय मंत्रियों को तैनात किया है।
उन्होंने कहा कि यूक्रेन में फंसे लोगों से समुचित समन्वय के लिए राज्य सरकार ने एक हेल्पलाइन भी स्थापित की है। इस हेल्पलाइन पर अब तक 218 लोगों ने पंजीकरण करवाया है और अब तक हिमाचल प्रदेश के 102 विद्यार्थी भारत पहुंच चुके हैं। जयराम ठाकुर ने यूक्रेन में फंसे विद्यार्थियों के माता-पिता से विद्यार्थियों का मनोबल बढ़ाने का भी आग्रह किया।