नेता प्रतिपक्ष और मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर धमकी भरे शब्दों का प्रयोग करना छोड़ दें । क्योंकि कांग्रेस का नेतृत्व धमकियों से डरती नहीं है, बल्कि माकूल जवाब जनता के बीच रहकर भाजपा की जन विरोधी नीतियों का दिया जाएगा। कौन फन्ने खां है- कौन नहीं यह जनता तय कर देगी, मुख्यमंत्री इसकी चिंता न करें। मुख्यमंत्री तो यह बताएं कि आखिर उनकी उपलब्धि क्या है ? सिर्फ हेलीकॉप्टर में घूमना और कागजों में काम करना। मुकेश अग्निहोत्री ने यह बात विधायक मिलन कार्यक्रम के तहत शनिवार को बीटन पंचायत को संबोधित करते हुए कही।
मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर को गलतफहमी हो गई है इसलिए वे हर कार्य को अपनी सरकार की उपलब्धि मान कर चल रहे हैं। इसका उदाहरण झंडमंच भी है, अब तो मुख्यमंत्री भी अधिकारियों को धमकाने का काम कर रहे हैं, जबकि इन्वेस्टर मीट दिल बहलाने का ख्याल तो अच्छा हो सकता है। लेकिन इसके समझौतों पर मुख्यमंत्री अगर नजर दौडाएंगे तो उन्हें स्वयं असलियत पता चल जाएगी कि किस प्रकार समझौतों का खेल खेला गया है, हमारे पास हर दस्तावेज मौजूद हैं। ऐसे में मुख्यमंत्री ख्याली पुलाव बनाना छोड़कर सच्चाई का जीवन जीये।
जयराम सरकार बताएं कि युवाओं के रोजगार के लिए क्या हो रहा है? आज लाखों की संख्या में युवा बेरोजगार है हिमाचल प्रदेश से बेरोजगारी को हटाने के लिए काम करना होगा और जयराम सरकार युवाओं के साथ धोखा कर रही है। प्रदेश लगातार कर्ज की ओर बढ़ रहा है आखिर कर्ज़ कब रूकेगा? कैसे कर्ज़ उतारा जाएगा? इस पर मंथन करने की जरूरत है और प्रदेश सरकार को इस ओर ध्यान नहीं है, इसलिए लगातार कर्ज पर कर्ज लिया जा रहा है । उन्होंने कहा कि आर्थिक पैकेज ,औधोगिक पैकेज पर मुख्यमंत्री को जवाब देना चाहिए । उन्होंने कहा कि शिक्षा,सड़क, स्वास्थ्य जैसी मूलभूत सुविधाओं में कमी खल रही है , इस पर जवाब दिया जाना चाहिए ।
मुकेश ने कहा कि अवैध खनन जिस प्रकार से बढ़ गया है, माफिया लूट मचा रहा है, इस पर सरकार को जवाब देना चाहिए। उन्होंने कहा कि प्रदेश की सरकार पूरी तरह से विफल साबित हो रही है और चंद नेता माफिया को संरक्षण देकर प्रदेश लूटने में लगे हुए हैं। सीएलपी नेता ने कहा कि हम सवाल पूछते हैं तो मुख्यमंत्री को दर्द होता है जवाब नहीं देते बल्कि धमकी देते हैं, लेकिन मुख्यमंत्री यह बात समझ लें कि कांग्रेस पार्टी सवाल पूछने से पीछे नहीं हटेगी और आने वाले दिनों में सड़कों पर उतरना पड़ेगा तो सड़कों पर उतर कर सवाल पूछेगी जवाब तो मुख्यमंत्री को देना ही पड़ेगा।
उन्होंने कहा कि जिस प्रकार से बीजेपी के भीतर ओहदों की लड़ाई चली है, मंत्रिमंडल लगातार विस्तार में आगे खिसकाया जा रहा है। मुख्यमंत्री की सिफारिश पर प्रदेश अध्यक्ष तक नहीं बने, ऐसे में अंदाजा लगाया जा सकता है कि भाजपा के अंदर किस प्रकार का विद्रोह हो रहा है। मुकेश ने कहा कि भाजपा के अंदरूनी मामलों से हमें कोई लेना देना नहीं है। उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश के हितों के साथ मोदी सरकार अन्याय कर रही है ,ऐसे में जनता भी माकूल जवाब देगी, महंगाई बढ़ रही है पेट्रोल, डीजल के दाम लगातार बढ़ाए जा रहे हैं । राशन के डिपो पर समय पर राशन नहीं मिल रहा है अनेक दिनों से मशीनें बंद पड़ी हैं, लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।