हमीरपुर के पक्का-भरो गांव में आक्रोशित जनता ने उद्योग मंत्री का काफिला रोक दिया और मुर्दाबाद के नारे लगाए। गुस्साए ग्रामीण मंत्री विक्रम सिंह से शराब ठेकों के विरोध में बातचीत करना चाहते थे। लेकिन, जब मंत्री अपनी कार से नहीं उतरे तब ग्रामीणों काफी उग्र हो गए और उनके खिलाफ जमकर नारेबाजी की।
पक्का-भरो गांव में लोग शराब के ठेकों के विरोध में लगातार प्रदर्शन कर रहे हैं। इस बाबत उद्योग मंत्री के आगमन को लेकर उन्होंने पहले ही उनके घेराव की योजना बनाई थी। जब उद्योग मंत्री विक्रम सिंह पक्का-भरो पहुंचे तब ग्रामीणों ने उनका काफिला रोक लिया और उनसे मामले पर बात करने की जिद ठान ली।
इस दौरान मंत्री लोगों से बात करने के लिए अपनी गाड़ी से भी उतरना उचित नहीं समझे। नतीजा ये रहा कि ग्रामीण काफी ज्यादा आक्रोशित हो गए और मुर्दाबाद के नारे लगाने लगे। साथ ही साथ जिला प्रशासन के खिलाफ भी जमकर नारेबाजी की।
गौरतलब है कि बीते सप्ताह पक्का-भरो गांव में शराब ठेके के बाहर नशे में धुत्त आधा दर्जन लोगों ने 2 युवकों से मारपीट की थी। इस वारदात में एक युवक बुरी तरह जख्मी हो गया, जिसका हालत नाजुक है।
ग्रामीणों का कहना है कि 3 दिन पहले जिला प्रशासन को ज्ञापन सौंपकर शराब ठेका बंद करवाने के लिए गुहार लगाई थी और दो दिन का समय दिया था। लेकिन, ठेका बंद नहीं हुआ है। जिसके बाद आज ग्रामीणों ने शराब ठेके के बाहर विरोध प्रदर्शन किया है।
शनिवार को हुए धरना प्रदर्शन में महिलाएं भी खाफी संख्या में थी। महिलाएं विशेष तौर पर उद्योग मंत्री विक्रम सिंह से मलकर अपनी परेशानी बताना चाह रही थीं। महिलाओं का कहना है कि आए दिन शराब ठेके के बाहर लोग हुड़दंग मचाते हैं और लोग भी बहुत परेशान हैं। उन्होंने मांग करते हुए कहा कि जल्द शराब ठेके को बंद नहीं किया गया तो और उग्र आंदोलन किया जाएगा।