मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर का कहना है कि मंत्री अनिल शर्मा तय करें कि उन्होंने बेटे का साथ देना है कि पार्टी का। पांवटा साहिब से उत्तराखंड में चुनाव प्रचार के लिए जाने से पूर्व पत्रकारों से बातचीत करते हुए उन्होंने कहा कि बेटे के कांग्रेस में जाने के बाद अनिल शर्मा निर्णय लें कि बीजेपी में रहना चाहते हैं या बेटे के साथ कांग्रेस में जाना चाहते हैं।
उन्होंने कहा कि बीजेपी को इसमें कोई आपत्ति नहीं है। लगभग एक माह से सुर्खियों में चल रहे अनिल शर्मा प्रकरण में मुख्यमंत्री ने स्पष्ट कर दिया है कि अनिल शर्मा बेटे के साथ रहना चाहते हैं। अगर वह बेटे के साथ जाते हैं तो उन्हें विधानसभा सदस्यता और मंत्री पद दोनों खोने पड़ेंगे।
जयराम ठाकुर ने कहा कि केबिनेट मिनिस्टर अनिल शर्मा को लेकर भाजपा में मतभेद नहीं है। इस मामले में प्रदेश में बीजेपी एकमत है और भाजपा के उम्मीदवार मंडी सीट में पिछली बार से अधिक वोटों के अंतराल से जीत दर्ज करेंगे। उन्होंने कहा कि हिमाचल की चारों सीटों पर बीजेपी के उम्मीदवार बड़े अंतर से जीत दर्ज करेंगे। इस दौरान उनके साथ पांवटा साहिब के विधायक सुखराम चौधरी भी मौजूद थे।