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अनुराग बोले- प्रदेश सरकार वहन नहीं कर पाई अपना हिस्सा, इसलिए नहीं हो रहा रेल लाइन का विस्तार

नवनीत बत्ता |

हमीरपुर लोकसभा में पिछले 10 साल से रेल को लेकर राजनीति होती आ रही है। अब एक तरह से प्रदेश सरकार के बयान के बाद इस सारे विषय को लेकर विराम भी लग चुका है। इन सब के बीच में आज एक बार फिर सांसद अनुराग ठाकुर ने प्रदेश सरकार पर रेल लाइन का विस्तार न होने का ठीकरा सरकार के सिर फोड़ते हुए कहा कि हमीरपुर ऊना रेलवे लाइन का विस्तार इसलिए नहीं हो पा रहा है क्योंकि प्रदेश सरकार ने किसी भी तरह की वित्तीय सहायता देने से मना कर दिया है। उन्होंने कहा कि हमीरपुर में रेललाइन विस्तार के लिए वितीय स्थिति के अनुसार, पचास प्रतिशत हिस्सा हिमाचल सरकार वहन नहीं कर पाई है, जिस कारण रेल लाइन के लिए देरी हो रही है।

गौरतलब है कि सांसद अनुराग ठाकुर ने पिछले लोकसभा चुनावों के दौरान ही हमीरपुर की जनता से वादा किया था कि वह ऊना से हमीरपुर रेलवे लाइन का विस्तार करेंगे और हमीरपुर को रेलवे के साथ जोड़ा जाएगा। और इस विषय को लेकर कई तरह के प्रयास भी समय-समय पर होते रहे। जिसमें कभी इस रेलवे लाइन को जब कांग्रेस की सरकार सत्ता में थी तो बयां सुजानपुर लाने की बात होती रही तो कभी बाया बड़सर लाने की बात होती रही। लेकिन यह रेलवे ट्रैक कभी कागजों में ही सिमटा नजर आ रहा है। हाल ही में रेलवे लाइन के सर्वे की बात हुई जोरों शोरों के साथ बीजेपी लोकसभा चुनावों से पहले उठाती रही है।

लेकिन लोकसभा चुनावों के बाद अब जब प्रदेश सरकार का यह बयान आ गया है कि वह ऐसी वित्तीय स्थिति में नहीं है कि 3000 करोड़ के करीब खर्चा रेलवे विभाग को हमीरपुर से उन्नाव रेलवे लाइन के विस्तार के लिए जमा करवा सकें। इसके बाद अब रेलवे के विस्तार का काम लगभग ठप हो चुका है और लोगों में इस बात का दुख नहीं है कि हमीरपुर रेलवे से नहीं जुड़ा है। लेकिन इस बात की मायूसी जरूर है कि लंबे समय से रेलवे के नाम पर राजनीति हमीरपुर में होती रही है और अब प्रदेश सरकार ने ही रेलवे के विस्तार से हाथ पीछे खींच लिए हैं ।

वहीं, दूसरी तरफ से केंद्रीय राज्य मंत्री अनुराग ठाकुर का ड्रीम प्रोजेक्ट भी माना जा रहा था। लेकिन अब यह प्रोजेक्ट हमीरपुर के लिए अभी कुछ और समय के लिए सपने जैसा ही रहने वाला है। आज सांसद अनुराग ठाकुर से जब इस विषय पर सवाल पूछा तो उन्होंने भी स्पष्ट तौर पर प्रदेश सरकार पर ही सारे मामले की उदासीन रवैए को रेलवे विस्तार न होने का कारण बता दिया है।