रैलियों में भारी कचरे के खिलाफ मुहिम के तौर पर समाचार फर्स्ट लगातार ख़बरें चलाता रहा है। ख़बर के असर के तहत ही मंगलवार को बिलासपुर में पीएम मोदी की रैली खत्म होने के बाद सांसद अनुराग ठाकुर अन्य कार्यकर्ताओं के साथ सफाई में व्यस्त नज़र आए। गौरतलब है कि यहां भी रैली के बाद भारी मात्रा में प्लास्टिक के कचरे बिखरे हुई दिखाई दिए।
समाचार फर्स्ट ने जिम्मेदारी के साथ रैली खत्म होते ही मैदान पर फैले कूड़े पर ख़बर दिखाई। जिसके तुरंत बाद ही हमीरपुर से सांसद अनुराग ठाकुर सफाई कार्य में जुट गए। उनके साथ और भी वॉलंटियर थे। स्वच्छता मिशन में बतौर सांसद अनुराग ठाकुर की यह पहल वाकई में काबिल-ए-तारीफ है और उनकी सराहना भी होनी चाहिए। लेकिन, जरूरी यह है कि जिस पार्टी के प्रधानमंत्री खुद गंदगी नहीं फैलाने का आह्वान करते हैं, कम से कम उस दल की रैली में सफाई का विशेष ध्यान रखा जाना चाहिए।
पिछले 2 अक्टूबर को ही पीएम मोदी ने कहा था, ''अगर आप सफाई नहीं करते हैं तो कोई बात नहीं, इस मिशन यही सबसे बड़ा योगदान होगा कि आप गंदगी ना फैलाएं।" प्रधानमंत्री ने यह भी कहा था कि अकेले महात्मा गांधी या नरेंद्र मोदी की वजह से सफाई की क्रांति नहीं आ सकती। इसके लिए जनक्रांति की जरूरत है।
ऐसे में जब पीएम के आह्वान के बावजूद जब रैली स्थल पर कचर फैलता है, तो ताज्जुब होना लाजमी है। क्योंकि, रैली स्थल पर इस प्रकार के कचरे थे जिन्हें लोग खुद ही जिम्मेदारी से उन्हें वाजिब जगह पर डंप कर सकते थे। लेकिन, ऐसा नहीं देखने को मिली। रैली स्थल पर भी कूड़ेदान दूर-दूर तक नहीं थे। जब देश स्वच्छता मिशन की तरफ अग्रसर है तो यह जरूरी है कि अगर रैली में कुर्सियां लग रही हैं तो उसके साथ-साथ कूड़ेदान भी लगाए जाएं।
हालांकि, हम लगातार सफाई अभियान को लेकर अपनी स्टोरी पब्लिश करते रहे हैं। इस दौरान भी हमने आलोचना वाले स्वर में न्यूज़ बनाया। ऐसे में अगर सांसद अनुराग ठाकुर एक सकारात्मक सोच के साथ एक्शन में आते हैं तो उनकी सराहना लाजमी है।