करसोग विधानसभा में कांग्रेस पार्टी ने अपने उम्मीदवार के प्रचार के लिए एक गुब्बारा अपने एक कार्यकर्ता के मकान की छत पर लगाया था लेकिन कल इस गुब्बारे को कुछ शरारती लोगों ने फाड़ दिया और उसके बाद अब कांग्रेस पार्टी को भी एक बड़ा मुद्दा बीजेपी को घेरने के लिए मिल गया है ।
कांग्रेस के उम्मीदवार आश्रेय शर्मा ने आरोप लगाया कि बीजेपी अब ओछी राजनीति पर उतर आई है और किस तरह से चुनाव अब बीजेपी लड़ना चाहती है। इसका उदाहरण इस घटना से स्पष्ट हो जाता है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी के कार्यकर्ता के घर पर हमने एक गुब्बारा लगाया था जिसकी कीमत करीब 10000 थी। लेकिन, मुख्यमंत्री जयराम के लोगों ने उसको फोड़ दिया है और हमने इसकी शिकायत चुनाव आयोग को कर दी हैं।
हार देख छटपटाने लगी है बीजेपी
आश्रेय ने कहा कि मुख्यमंत्री अनाप-शनाप बयानबाजी मंडी में चुनाव प्रचार के दौरान कर रहे हैं। उससे स्पष्ट होता है कि रामस्वरूप की हार देख कर अब बीजेपी छटपटाने लगी है। उन्होंने कहा कि कभी 93 साल के बुजुर्ग पंडित सुखराम को लेकर कोई टिप्पणी मीडिया में कर देना उनका मजाक उड़ाना यह हिमाचल प्रदेश की संस्कृति नहीं है और भाजपा के नेता आम जन सभाओं के माध्यम से इस तरह की गतिविधियां लगातार कर रहे हैं जो कि निंदनीय है ।
जिस तरह से मंडी लोकसभा की जनता विशेष रूप से युवा वर्ग जो कि बीजेपी में अकेलापन महसूस कर रहा था। मेरी टिकट के साथ ही हमारे साथ पूरी तरह जुड़ चुका है। ये भी भाजपा के लिए एक बहुत बौखलाहट का मुद्दा बन गया है। उन्होंने कहा कि चुनाव प्रचार चरम पर है दो बार मैं अपने लोकसभा क्षेत्र का दौरा कर चुका हूं और तीसरा दौर द्वारा जारी है और और अभी तो चुनाव के लिए समय बाकी है और बीजेपी हो सकता है कि इससे भी घटिया मानसिकता का परिचय जनता के सामने खुद ही दे दे।
उन्होंने कहा कि अगर हम स्थानीय सांसद रामस्वरूप शर्मा से उनसे उनके उसे 5 साल का हिसाब पूछ रहे हैं तो इसमें क्या गलत बात है और उन्होंने कुछ किया है तो वह मोदी और राम का नाम लेकर चुनाव में ना आए अपने कामों को लेकर जनता के बीच में आए और जनता को जवाब दें।