नेता प्रतिपक्ष प्रेम कुमार धूमल गुरुवार से शिमला में डटे हुए हैं। अपने स्तर पर मतगणना का आकलन कर रहे प्रेम कुमार धूमल सरकार बनाने पर पूरी तरह से आश्वस्त हैं। यही नहीं, नेता से लेकर आला-अधिकारी भी अपने-अपने आकलन के मुताबिक अभी से ही बीजेपी औऱ कांग्रेस दोनों के दर चक्कर काटने लगे हैं। इसी कड़ी में शनिवार को धूमल अपने सरकारी निवास पर रूके, जहां सभी नेताओं और अधिकारियों के हाजरी भरने का तांता लगा रहा।
नेताओं को बीजेपी के भावी मुख्यमंत्री से नजदीकियां बढ़ाकर मंत्री पद से लेकर किसी बड़े ओहदे की लालसा है तो अफसर और कर्मचारी भी पहले से ही सेटिंग कर करीब आ रहे है। बीजेपी नेताओं के अलावा छोटे नेता भी पुष्प गुच्छ लेकर धूमल दरबार में पहुंच रहे हैं ताकि इसी आस में शायद उपाध्यक्ष या फिर कोई और जिम्मेदारी मिल जाए। यहां तक कि वे नेता भी मिल रहे है जो धूमल के विरोध करते रहे।
अफसरों औऱ कर्मचारियों की बात करें तो इनमें ऐसे अफ़सर ज्यादा है जो कांग्रेस सरकार में अपने आप को दरकिनार समझते रहे। वैसे भी विपक्ष के नेता प्रेम कुमार धूमल के अचानक शिमला आना और तीन दिन तक रुकना निश्चित रूप से कई तैयारियों का खाका दिख रहा है। अब जो भी है आज 18 नवंबर है औऱ आज से ठीक माह बाद 18 दिसंबर को परिणाम आना है तब तक तो इंतज़ार करना नेताओं को जरूरी भी है और मजबूरी भी।