गुजरात चुनाव में जंग काफी दिलचस्प होती दिखाई दे रही है। दोनों बड़ी पार्टियों के बीच कांटे की टक्कर देखने को मिल रही है। एबीपी न्यूज-सीएसडीएस के ऑपिनियन पोल के मुताबिक दोनों पार्टियों को 43-43 प्रतिशत वोट मिलता दिख रहा है। गुजरात की 182 विधानसभा सीटों में हालाकिं बीजेपी को 95 सीटें मिल रही हैं। कांग्रेस को 82 सीटें मिलने की संभावना है जबकि 5 सीटें अन्य को मिल सकती हैं।
पोल में सबसे बड़ा झटका हार्दिक को लगा है। माना जा रहा था कि पोल के हिसाब से पटेल समुदाय के अंदर ही हार्दिक की लोकप्रियता में कमी आई है। पोल में बीजेपी को शहरी क्षेत्रों से जबकि कांग्रेस को ग्रामीण क्षेत्रों से अधिक समर्थन मिलने की संभावना जताई गई है। हाल ही में हार्दिक की विवादित सीडी सामने आने के बाद एक बार फिर राज्य में राजनीतिक समीकरण रोमांचक बनते नजर आ रहे हैं।
बता दें पिछले महिने के एबीपी-सीएसडीएस के पोल में बीजेपी को लगभग 113-121 सीटें जबकि कांग्रेस को 58-64 सीटें मिलने की संभावना जताई गई थी।
सर्वे की खास बातें-
- गुजरात में बीजेपी को 95 सीटें, कांग्रेस को 82 और अन्य के खाते में 5 सीटें जा रही हैं। बीजेपी एक बार फिर बनाएगी सरकार।
- गुजरात के चारो क्षेत्रों के वोट शेयर मिला दिए जाएं तो बीजेपी-43% और कांग्रेस 43% वोट शेयर के साथ आमने-सामने हैं। अन्य के खाते में 14% शेयर जा सकते हैं।
- मध्य गुजरात में कुल 40 सीटें हैं. यहां के ग्रामीण इलाकों में 47% के साथ कांग्रेस आगे है. बीजेपी को ग्रामीण इलाकों में 43% वोट शेयर मिलता नजर आ रहा है.
- वहीं मध्य गुजरात के शहरी इलाकों में बीजेपी 35% के साथ आगे हैं. यहां कांग्रेस 20% वोट शेयर के साथ काफी पीछे है.
- दक्षिण गुजरात में भी बीजेपी को झटका लग सकता है, कांग्रेस आगे निकल रही है। कांग्रेस -42 फिसदी, बीजेपी- 40 फिसदी
- उतर गुजरात में भी बीजेपी को झटका लग सकता है, कांग्रेस आगे निकल रही है। कांग्रेस -49 फिसदी, बीजेपी- 45 फिसदी
- गुजरात का दलित समाज कांग्रेस के साथ है. बीजेपी से 18% ज्यादा दलित कांग्रेस के साथ जा सकते हैं।
- कोली समाज कांग्रेस से ज्यादा बीजेपी की ओर झुकता नजर रहा है। यहां भी बीजेपी कांग्रेस के 26% ज्यादा आगे है।
- वर्ण बीजेपी के साथ होंगे और इस मामले में कांग्रेस से बीजेपी 26% आगे है यानि बीजेपी के खाते में कांग्रेस की तुलना में 26 फीसदी ज्यादा सवर्ण होंगे।
- अगर आज की तारीख में चुनाव होते हैं तो पटेल समुदाय बीजेपी से 2% ज्यादा कांग्रेस के साथ होगा।
- आदिवासी बीजेपी से 18% ज्यादा कांग्रेस के साथ जा सकते हैं।
- GST को लेकर गुजरात के 37 फीसदी कारोबारी खुश हैं तो वहीं 44 फीसदी व्यापारी नाखुश हैं।
मेहनत के बावजूद बीजेपी के लिए बुरी खबर है, व्यापारियों को खुश नहीं कर पाई बीजेपी.