हिमाचल प्रदेश के तीन विधानसभा क्षेत्रों , फतेहपुर, जुब्बल कोटखाई व अर्की, और मंडी लोकसभा क्षेत्र के उपचुनाव के लिए बिसात बिछ चुकी है। भाजपा व कांग्रेस दोनों मुख्य दल चुनावी मोड़ में आ गए हैं। मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर चुनावी क्षेत्रों में घोषणाओं की झड़ियां लगा रहे है तो दूसरी तरफ़ कांग्रेस पार्टी में नेतृत्व की जंग जारी है। कभी कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अपने वर्चस्व के लिए बयानबाजी कर रहे हैं तो कभी पत्र बम के सहारे पर्दे के पीछे से सियासी खेल खेला जा रहा है।
इन उपचुनावों को 2022 के विधानसभा चुनाव से पहले का सेमीफ़ाइनल माना जा रहा है। दोनों ही मुख्य दल इसे प्रतिष्ठा का सवाल बना चुके हैं। सरकार ने वैसे अपने कार्यकाल में ऐसा कोई बड़ा काम नही किया जिसको देखते हुए जनता सरकार को वोट दे। कोरोना में जनता की नाराज़गी भी किसी से छीपी नही है। सरकार धन बल से लेकर सत्ता के सहारे उपचुनाव की जीत सुनिश्चित कर लेना चाहती है। उधर कांग्रेस के लिए राह आसान इसलिए नहीं मनी जा रही क्योंकि वह एकजुट नहीं दिख रहे हैं।
कल से मानसून सत्र
वैसे कल यानी 2 अगस्त को विधानसभा का मानसून सत्र भी शुरू होने वाला है। ऐसे में विपक्ष सत्ता पक्ष पर हावी होने की कोशिश करेगा। तलवारें दोनों तरफ़ से खिंचेगी लेकिन कौन किस पर भारी पड़ेगा ये देखना है। आज कांग्रेस पार्टी ने अपने विधायक दल की बैठकें बुलाई है। जिसमें प्रभारी राजीव शुक्ला भी आ रहे है। जबकि भाजपा विधायक दल की बैठक 2 अगस्त को शाम पीटर हॉफ में होगी। इससे पहले सर्वदलीय बैठक बुलाई गई है।