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BJP कोर ग्रुप की बैठक से राजनीतिक हलकों में चर्चाओं का बाजार गर्म..

नवनीत बत्ता |

बीजेपी कोर ग्रुप की बैठक बुधवार को चंडीगढ़ में हुई। इस बैठक में मुख्य रूप से आगामी लोकसभा चुनाव को लेकर रणनीति तैयार की गई। वही, बीजेपी कोर ग्रुप की बैठक के साथ ही राजनीतिक हलकों में चर्चाओं का बाजार गर्म हो चुका है और बैठक को लेकर कई तरह के कयास भी अपने-अपने स्तर पर लगाए जा रहे हैं।

संगठन मंत्री रामलाल और सह- प्रभारी वीर संजीव ने बुधवार को प्रदेश सरकार और संगठन के नेताओं के साथ दो बैठकें की। सूत्रों के अनुसार एक बैठक कोर ग्रुप की हुई जिसमें मुख्यमंत्री के अलावा कुछ चुनिंदा लोग ही रामलाल और वीर संजीव के साथ बैठक में उपस्थित रहे। बताया जा रहा है कि इस बैठक में हिमाचल में चल रही बीजेपी सरकार को लेकर जो फीडबैक केंद्रीय हाईकमान को मिल रही है उस पर चर्चा हुई और उसी को लेकर कुछ दिशा-निर्देश में मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर को दिए गए हैं।

वहीं, दूसरी बैठक में चुनाव समिति के साथ इन दोनों नेताओं का बैठक हुई जिसमें लोकसभा चुनावों में किन मुद्दों को लेकर बीजेपी जनता के बीच में जाएगी इसको लेकर चर्चा हुई। इसके साथ ही सरकार और संगठन में लोकसभा चुनावों में जवाबदेही तय करने को लेकर भी दिशा निर्देश जारी हुए।

सूत्रों के अनुसार बैठक में बीजेपी के विधायकों को सीधे-सीधे निर्देश दिए गए हैं कि आने वाले लोकसभा चुनावों में उनकी जवाबदेही तय है और संगठन के साथ यह सभी विधायक संबंध में बनाकर चलें ताकि बीजेपी जिस एजेंडे से प्रदेश में काम कर रही है और लोकसभा चुनाव में 4 सीटों को जीतने का दावा कर रही है उस एजेंडे को पूरा किया जा सके।

बैठक में लोकसभा चुनाव के उम्मीदवार कौन होंगे इसको लेकर किसी भी तरह की चर्चा चुनाव समिति की बैठक में नहीं हुई है। बैठक में प्रदेश संगठन मंत्री पवन राणा, मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर, पूर्व मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल सहित सभी बड़े नेता उपस्थित रहे। वहीं, महिला मोर्चा की अध्यक्ष  इंदु गोस्वामी भी बैठक में उपस्थित रहीं।

बताया जा रहा है कि हिमाचल कोर ग्रुप की ये बैठक अचानक ही ली गई। अनुसार प्रभारी रामलाल और सह प्रभारी वीर संजीव ने चंडीगढ़ बीजेपी की बैठक लेने के लिए आना था इसलिए उन्होंने आने वाले लोकसभा चुनावों को ध्यान में रखते हुए बैठक चंडीगढ़ में प्रदेश बीजेपी की भी बैठक करने का फैसला लिया। 

सूत्रों के अनुसार बैठक में बोर्ड- निगमों के अध्यक्ष और निदेशकों की नियुक्तियों को लेकर भी यह स्पष्ट कर दिया गया कि जिन लोगों ने संगठनात्मक रूप से सरकार का बनाने में महत्वपूर्ण योगदान दिया हैं उन्हीं को इन नियुक्तियों में अधिमान दिया जाएगा।  इस तरह से बीजेपी की कल चंडीगढ़ में हुई बैठक को लेकर यह कहा जा सकता है कि यह बैठक पूरी तरह से जयराम सरकार की परफॉर्मेंस पर संगठनात्मक चर्चा के रूप से रही और इसको लेकर नए दिशा निर्देश भी सरकार और सरकार के मंत्रियों को संगठन की तरफ से दे दिए गए हैं।

इसके साथ ही आने वाले लोकसभा चुनावों में जीते हुए विधायकों की जिम्मेदारियां भी तय कर दी गई हैं और यह बता दिया गया है कि अगर उनकी परफॉर्मेंस चुनावों के समय ठीक नहीं रहेगी तो इसका खामियाजा उन्हें अपने-अपने विधानसभा चुनावों के समय भुगतना पड़ सकता है। इसके साथ ही प्रदेश में चरमराती कानून व्यवस्था पर भी बैठक में चर्चा हुई।

वहीं, बीजेपी की कोर ग्रुप की बैठक में प्रभारी मंगल पांडे, सांसद शांता कुमार, सांसद अनुराग ठाकुर कर्नाटक चुनाव में व्यस्तता के कारण और केंद्रीय मंत्री जेपी नड्डा निजी कारणों से बैठक में नहीं पहुंच पाए।