शिमला पहुंचे बीजेपी प्रभारी मंगल पांडेय ने ताबड़तोड़ पांच बैठकें कर डाली। बीते शनिवार से विधायक दल की बैठक से शुरू हुआ मंथन का सिलसिला कोर ग्रुप की बैठक तक चल रहा है। बैठक में मंत्रियो से लेकर संतरियों तक के भविष्य पर चर्चा हुई। अंदर से छनकर जो खबरें आ रही हैं उनके मुताबिक निगमों बोर्डो में 30 अध्यक्ष और उपाध्यक्ष की ताजपोशी जल्द हो सकती है।
यहां गौर करने वाली बात ये है कि अभी प्रदेश के बोर्ड निगमों में 34 पद खाली पड़े हैं। अभी तक निगमों-बोर्डो में जो दर्जन भर नियुक्तियां हुई हैं उनमें मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने अपने खासमखास लोगों को तरज़ीह दी है। अब आगे देखना है कि आगे इसमें शांता, धूमल और नड्डा के कितने करीबियों को तरज़ीह मिलती है।
सबसे बड़ा बदलाब संगठन में होने वाला है। क्योंकि पार्टी प्रदेश अध्यक्ष सहित कई बीजेपी पदाधिकारी निगमों बोर्डों में एडजस्ट होने का मन बना चुके हैं। इसलिए संगठन की कमान किसी अनुभवी व्यक्ति को दी जा सकती है। इसमें मुख्यमंत्री खेमा और पूर्व मुख्यमंत्री खेमा अपने सिपहसालार को संगठन का सरदार बनाने के लिए पूरी जुगत में जुटा है।
ख़बर तो ये भी है कि पूर्व मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल खेमा धूमल को बीजेपी की कमान सौंपने के लिए लॉबिंग कर रहा है। दूसरी ओर से विजय अग्निहोत्री का नाम उछालकर धूमल विरोधियों ने भी दांव खेला है। अब देखना यही है कि अनुभव व राजनीतिक शय मात के खेल में कौन किसके ऊपर भारी पड़ता है।
बताया तो ये भी जा रहा है कि मंत्रिमंडल में भी फ़ेरबदल हो सकता है। परफॉर्मेंस के आधार पर मंत्रियों के विभागो में बदलाब पर भी चर्चा की ख़बर है। प्रदेश बीजेपी में पनप रही दरार कहीं खाई न बन जाए जिसको लेकर नाराज़ चल रहे लोगों को भी मनाने की कोशिश की जा रही है।