हिमाचल प्रदेश बीजेपी ने 9 नवंबर के बाद मंडलों द्वारा निष्कासित और निलंबित नेताओं का निलंबन रद कर दिया है। पार्टी प्रदेश अध्यक्ष सतपाल सिंह सत्ती ने कहा है कि कोई भी मंडल अपने स्तर पर नेताओं को निलंबित नहीं कर सकता। इसके लिए उनकी संस्तुति जरूरी है। निष्कासन से संबंधित कोई भी फैसला प्रदेश अनुशासन समिति ही लेगी। वही इस मामले में सुप्रीम अथॉरिटी है।
वहीं, शिमला संसदीय क्षेत्र के प्रभारी चंद्रमोहन ठाकुर ने बताया कि प्रदेश अध्यक्ष सतपाल सिंह सत्ती ने सभी मंडल अध्यक्षों से कहा है कि निष्कासन संबंधी कोई भी कार्यवाही उनकी संतुति के बगैर न की जाए, क्योंकि की गई कार्यवाही संविधान सम्मत नहीं है। इसलिए इस तरह की की गई सभी कार्यवाहियों को निरस्त किया जाता है।
वहीं, अगर विधानसभा चुनावों में किसी कार्यकर्ता ने पार्टी विरोधी कार्य किया है तो उससे संबंधित दस्तावेज 10 दिसंबर से पहले पार्टी प्रदेश कार्यालय को प्रदेश अध्यक्ष के संज्ञान के लिए भेजा जाए। उन्होंने सत्ती को कड़े निर्देश देते हुए कहा कि वह निष्कासन/निलंबन से संबंधित विषय को मीडिया में ले जाने से गुरेज करें।