नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री ने संकल्प पत्र पर बीजेपी को घेरते हुए कहा कि उन्हें घोषणा पत्र नहीं बल्कि माफीनामा पत्र जारी करना चाहिए था। मुकेश ने कहा कि माफीनामा इसलिये क्योंकि बीजेपी ने पांच साल पहले जनता से जो वायदे किये थे वो ही पूरे नहीं हुए। मुकेश ने कहा कि राम मंदिर न बन पाने, गंगा साफ़ ना हो पाने, बुलेट ट्रेन न चल पाने, देश की जनता को 15 लाख ना दे पाने और अच्छे दिन ना ला सकने के लिए भाजपा को माफी मांगनी चाहिए। उन्होंने कहा कि देश की संवैधानिक शक्तियों को खत्म करने का काम मोदी सरकार द्वारा किया गया । विकास के दावे हवा हुए , प्रधानमंत्री विदेशी दौरों पर रहे, आतंकवाद को निपटने में सरकार विफल रही और अनेक बड़ी घटनाएं देश में हुई जिनके लिए पीएम मोदी को जनता से माफी मांगनी चाहिए थी।
उन्होंने कहा कि चुनाव आते ही बीजेपी को राम मंदिर और एक समान नागरिक संहिता नजर आ गई है। बीजेपी नेता बताएं कि 5 साल सत्ता में रहकर राम मंदिर के लिए क्या किया? क्यों प्रगति नहीं हुई? उन्होंने कहा कि एक समान नागरिक संहिता के लिए 5 साल में क्या किया गया? उनका एक एक बार फिर युवाओं को छलने के लिए रोजगार जैसे सब्जबाग दिखाए जा रहे हैं। 5 साल में रोजगार क्यों नहीं दिया ? क्यों व्यापारी को पेंशन नहीं दी? अब क्यों याद आया। उन्होंने कहा कि अब सिर्फ चुनावी मौसम में बीजेपी द्वारा जनता को बरगलाने का काम किया जा रहा है। अब जनता समझदार है, बीजेपी के किसी बहकावे में नहीं आएगी ।
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जयराम फिर कर्ज़ की ओर
नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री ने मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर को कर्ज लेने के लिए एक बार फिर आड़े हाथों लिया है। मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि एक तरफ प्रदेश में चुनाव चल रहे हैं वहीं दूसरी तरफ प्रदेश की जयराम सरकार फिर से कर्ज लेने पर विचार कर रही है। उन्होंने कहा कि पहले ही प्रदेश का कर्ज 50 हजार करोड़ का आंकड़ा पार कर गया है। अब कर्ज पर कर्ज और ब्याज देने के लिए भी कर्ज लेने की जो प्रक्रिया जयराम सरकार अपना रही है, उससे प्रदेश आर्थिक दिवालियापन की ओर चला जाएगा। प्रदेश को कर्ज के बोझ के नीचे दीवाने के लिए जयराम ठाकुर को जनता माफ नहीं करेगी।