हिमाचल विधानसभा चुनाव में बीजेपी से इस समय पूरे प्रदेश में 16 बागी नेता अलग-अलग विधानसभा क्षेत्रों से मैदान में हैं। जिसको लेकर बीजेपी में बागियों के चलते डैमेज को रोकने को लेकर कल रात करीब 2 बजे तक बीजेपी की कोर कमेटी की बैठक में इसको लेकर मंथन किया गया।
इस बैठक में इस बात को लेकर चर्चा हुई कि जैसे भोरंज विधानसभा से डॉक्टर अनिल धीमान पूर्व मुख्यमंत्री धूमल और सांसद अनुराग ठाकुर के प्रयासों से चुनाव लड़ने से पीछे हट गए। लेकिन, क्या उसी तरह पालमपुर से सांसद शांता के कहने पर परवीन शर्मा, नादौन से लेखराज शर्मा भी अपना नाम वापिस लेंगे या नहीं, इस पर संशय बना हुआ है। झंडूता से रिखी राम कौंडल ,धर्मपुर से नरेंद्र अत्री जैसे नाम भी बागियों में सुने गए हैं लेकिन, फिर धूमल और अनुराग के हस्तक्षेप से ये भी शांत हो गए।
बीजेपी की जीत का फार्मूला ये है कि बागियों को बिठाया जाए। इसी कड़ी में सोलन से तरसेम भारती भी अब पार्टी के काम पर लग चुके हैं। कोर कमेटी की बैठक में बाकी बागीयों को मनाने की निगाहें अब प्रदेश चुनाव प्रभारी जेपी नड्डा और सांसद शांता कुमार पर टिक्की हुई हैं।
सूचना ये है कि बीजेपी अपने इन बागियों को किसी भी कीमत पर बिठाने का मन बना चुकी है। वहीं, सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार बीजेपी हाई कमान हर बागी को बैठने पर सरकार में महत्वपूर्ण जिम्मेदारियां दे सकती है।