प्रेस क्लब शिमला में मीट द प्रेस कार्यक्रम आयोजित किया गया। जिसमें पंचायती राज मंत्री वीरेंद्र कंवर ने शिरकत की। इस मौके पर उन्होंने कहा कि हिमाचल को मिशन अंत्योदय के तहत प्रदेश को गरीबी से मुक्त किया जाएगा। इसके लिए गरीब लोगों को स्वरोजगार से जोड़ने का प्रयास किया जाएगा। पहले साल सरकार ने एक लाख परिवारों को स्वरोजगार से जोड़ने का लक्ष्य रखा गया है। उसके बाद अन्य गरीब परिवारों को रोजगार से जोड़ने की कोशिश की जाएगी। ताकि प्रदेश को गरीबी मुक्त किया जा सके। किसानों को अच्छी नस्ल की गाय व भैंस उपलब्ध करवाएंगे। ठंडे पानी की मछली को बढ़ावा देकर मछली पालन को मनरेगा के साथ जोड़ेंगे।
वीरेंद्र कंवरने कहा कि 14वें वित्त आयोग में ग्रामीण विकास के अलावा रोजगार भी दिया जाएगा। एक बार जो बीपीएल में चला गया वह हमेशा बीपीएल में नहीं हो सकता। 95 हज़ार परिवारों का सर्वे किया है। जिनमें 5 हज़ार बीपीएल हैं। उनको रोजगार से जोड़ना मुख्य मकसद है। जिनके पास जमीन है उनको निःषुल्क बगीचा या अन्य फसल लगा कर देगी। जिनके पास जमीन को कमी है उनके लिए भेड़ बकरियां उपलब्ध करवाएंगे।
उन्होंने बताया कि 2000 करोड़ का बजट पंचायती राज के पास आता है। मनरेगा के तहत काम हो रहा है। 60 फ़ीसदी से ज्यादा धन पर्यावरण पर खर्च हो रहा है। मौजूद वर्ष में 560 करोड़ मनरेगा के माध्यम से खर्च किया। 18-19 में 849 करोड़ खर्च किया गया। रेन हार्वेस्टिंग के लिए बड़े 700 के करीब टैंक बनवाए। 122 खेल के मैदान बनाए, 73 मोक्षधाम बनाए जिनपर 10 लाख तक खर्च किया जा रहा है। नए आंगनवाड़ी भवन बनाए।