4 सीटों पर हिमाचल के उपचुनाव में बयानबाजी का ऐसा दौर चला कि नेता गण अपने बयानों की मर्यादा तक भूल चुके हैं। भाजपा हो या कांग्रेस… आए दिन दिग्गज नेता एक दूसरे पर छिंटाकशी करने में ऐसे शब्द वाणों का इस्तेमाल कर रहे हैं जो पहले शायद ही कभी सुने गए हों। अब प्रदेश के मुख्यमंत्री ने एक बार फ़िर कांग्रेस की तुलना अंग्रेजों से कर दी है।
मौका था द्रंग विधानसभा के शिवाबदार में भाजपा प्रत्याशी खुशाल ठाकुर के लिए वोट मांगना। लेकिन इस दौरान जनसभा को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा, “जिस तरह से आजादी से पहले अंग्रेजो ने देश को लूटा है उसी तरह आजादी के बाद कांग्रेस ने देश को लूटने में कोई कसर नहीं छोड़ी है। देश की सत्ता में कांग्रेस कई वर्षों तक रही, लेकिन विकास के नाम पर कुछ भी नहीं किया। कांग्रेस की लूट नीति से अमीर लोग और अमीर होते गए, जबकि गरीब लोग और गरीब हो गए।” बाकी बयान बाजी तो सियासी खेल का एक पहलु है लेकिन क्या वाकेई में कांग्रेस की तुलना आजादी से पहले अंग्रेजों से करना सही है।
‘यूपीए सरकार में होते थे सैकड़ों करोड़ों के घोटाले’
जयराम ठाकुर ने कहा, “देश में कांग्रेस इसलिए हार रही है, क्योंकि देश में लूट मचा रखी थी। उन्होंने कहा कि केंद्र में मोदी सरकार को सात साल हुए, लेकिन सात रुपये का घोटाला नहीं हुआ। पूर्व की यूपीए सरकार में सैकड़ों करोड़ों का घोटाला हुआ। कांग्रेस के मित्रों को आज पूरे देश और प्रदेश से कांग्रेस मुक्त होने की चिंता सता रही है।”
‘कौल सिंह स्वास्थ्य मंत्री रहे, कितने ऑक्सीजन प्लांट दिए’
इस दौरान मुख्यमंत्री ने पूर्व मंत्री कौल सिंह ठाकुर को भी निशाने पर लिया। जयराम ठाकुर ने कौल सिंह पर तंज कसते हुए कहा, “वे स्वास्थ्य मंत्री भी रहे और यह बताएं कि प्रदेश में कितने ऑक्सीजन प्लांट लगाए? मुख्यमंत्री ने कहा, “भाजपा सरकार ने प्रदेश में 28 ऑक्सीजन प्लांट स्थापित किए हैं।” उन्होंने कहा कि द्रंग के एक कांग्रेस नेता कहते थे कि 75 वर्ष की आयु के बाद चुनाव नहीं लड़ना चाहिए। आज उनकी उम्र 78 के करीब है तो फिर से चुनाव लड़ने की उम्मीद लगाए बैठे हैं।
मुख्यमंत्री ने दावा किया कि मंडी संसदीय सीट तो जीतेंगे ही, साथ ही तीनों विधानसभा उपचुनाव भी भाजपा ही जीतेगी। आज कांग्रेस के नेता बोलते हैं कि कारगिल लड़ाई कोई लड़ाई नहीं थी। ऐसा बयान देने वालों को शर्म आनी चाहिए। यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि आज कांग्रेस के लोग सेना पर भी उंगली उठा रहे हैं।