खेत में खड़ी फसलों को मवेशियों और जंगली जानवरों के खराब करने के मामले में किसानों के लिए राहत भरी खबर है। किसान अब सरकारी मदद से अपने खेतों की तारबंदी कर सकेंगे। विधानसभा में बजट पेश करते हुए मुख्यमंत्री ने किसानों को खेतों में कांटेदार तार लगाने के लिए अब 50 फीसदी अनुदान की घोषणा की है।
प्रदेश में लंबे समय से आवारा मवेशियों और जंगली जानवरों के खेत में खड़ी फसलों को नुकसान पहुंचाने की शिकायतें मिलती है। ऐसे में अब राज्य सरकार ने किसानों की फसलों को खेतों में सुरक्षित करने के लिए तारबंदी को बढ़ावा देने का काम किया है।
बजट में किसानों को दी ये सौगातें
सिंचाई के लिए 50 पैसे प्रति यूनिट की।
20 करोड़ रुपये खेतीबाड़ी उपकरणों पर अनुदान के लिए।
उपकरणों पर 50 फीसद अनुदान मिलेगा।
नूतन पॉलीहाउस योजना के तहत 85 फीसद अनुदान मिलेगा और पांच हजार पॉलीहाउस स्थापित किए जाएंगे।
10 मंडियां ऑनलाइन होंगी ।
देसी गाय खरीदने के लिए 50 फीसद अनुदान मिलेगा।
भेड़ बकरियों की खरीद पर भी मिलेगा उपदान।
मुर्राह भैंसों की उपलब्धता प्रदेश में होगी, इसके लिए फार्म स्थापित होगा और गोकुल गांव भी स्थापित किया जाएगा।
दूध प्रसंस्करण स्थापित किए जाएंगे और दूध की दर 2 रुपये प्रति लीटर बढ़ाने की घोषणा।
30 हजार के औजार खरीदने पर 75 फीसदी अनुदान मिलेगा।