चंबा के लिल्ह कोठी में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा ऑनलाइन मॉडल डिग्री कॉलेज के शिलान्यास पर सत्ता पक्ष एवं विपक्ष आमने सामने आ गया। बजट सत्र में प्रश्नकाल के बाद शिक्षा मंत्री ने इस कॉलेज को लेकर व्यक्तव्य देकर अपनी सफ़ाई दी। जिस पर विपक्ष के नेता मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि लोकसभा चुनावों से पहले प्रधानमंत्री से पांच करोड़ के कॉलेज का ऑनलाइन शिलान्यास करवाना शर्मनाक है। इस कॉलेज का शिलान्यास पहले ही कांग्रेस सरकार में मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह कर चुके थे। ये नई परम्पराएं बन्द होनी चाहिए। बीजेपी सरकार को यदि करवाना ही था तो कोई बड़ा शिलान्यास करवाती।
इसी बीच शिक्षा मंत्री सुरेश भारद्वाज और विपक्ष के नेता के बीच तीख़ी नोकझोंक हो गई। शिक्षा मंत्री ने कांग्रेज़ सरकार पर चुनावों से पहले इस कॉलेज के शिलान्यास का आरोप लगाया और कहा कि बिना बजट और औपचारिकताओं के ही इसका शिलान्यास कर दिया। इस पर अग्निहोत्री ने कहा कि पीएम भी तो चुनावों से पहले एम्स का शिलान्यास कर गए।
इसी बीच तक़रार बढ़ गई। मुख्यमंत्री भी अपनी सीट से उठे और उन्होंने कांग्रेस सरकार पर ही इस तरह की परम्पराएं शुरू करने का आरोप लगाया। इसी कहासुनी के बीच सदन का माहौल गरमा गया और दोनों ही तरफ से हंगामा शुरू हो गया। लेकिन विधानसभा अध्यक्ष डॉ. राजीव बिन्दल ने मामला संभाला और अब राज्यपाल के अविभभाषण पर चर्चा शुरू हो गई है। चर्चा में सत्ता पक्ष के सदस्य बजट भाषण की सराहना कर रहे हैं जबकि विपक्ष बजट का विरोध कर रहा है।