आज से हिमाचल विधानसभा बजट सत्र शुरू हुआ। पहले के दिन सदन में वह देखने को मिला जो पहले कभी नहीं हुआ था। सदन के अंदर नारेबाजी तो पहले भी होती रही है लेकिन सदन के बाहर राज्यपाल को रोक कर नारेबाजी पहली दफा हुई। यहां तक की राज्यपाल की गाड़ी को विपक्षी दल ने काफी देर रोके रखा और खूब धक्का मुक्की हुई।
कांग्रेस ने महंगाई को लेकर मुख्यता आपत्ति जताई और कहा कि राज्यपाल ने अभिभाषण में इस संबंध में कोई प्रतियां नहीं पढ़ी। इसके चलते विपक्ष ने सदन के बाहर राज्यपाल के अभिभाषण पर रोष जताते हुए प्रतियां लहराते हुए राज्यपाल के रास्ते में खड़े हो गए। यहां तक कि प्रतियां फाड़ दी गई औऱ इन्हें कचरा बताया गया। राज्यपाल की सुरक्षा कर्मियों की जगह विधानसभा के उपाध्यक्ष और अन्य मंत्री रास्ता खुलवाने के लिए विपक्ष के सदस्यों से गुथमगुथा हो गए।
इससे पहले 11 बजे सदन की कार्यवाही राज्यपाल के अभिभाषण से शुरू हुई। नाराज़ विपक्ष ने महंगाई और किसान आंदोलन का हवाला देकर राज्यपाल के अभिभाषण को कचरा बताया और बीच में नारेबाज़ी शुरू कर दी। इसके चलते राज्यपाल ने 15 मिनट में ही अभिभाषण खत्म कर दिया। उसके बाद विपक्ष मुख्य गेट में जाने के बजाए विधानसभा अध्यक्ष के गेट में नारेबाज़ी करने चला गया जहां से राज्यपाल को जाना था। हंगामा करने वाले सदस्यों पर कार्यवाही हो सकती है।