Follow Us:

Budget Session: सदन में गूंजा रेणुका निजी स्कूल बस हादसे का मामला

पी. चंद, शिमला |

प्रश्नकाल में जनवरी माह में रेणुका विधानसभा में हुए निज़ी स्कूल बस हादसे का मामला भी उठा। श्री रेणुका जी के कांग्रेसी विधायक विनय कुमार ने परिवहन मंत्री से पूछा कि इस बस हादसे के क्या कारण थे। बस में कितनी सवारियां थी कितनों की मृत्यु हुई और कितने घायलों को नाहन और पीजीआई भेजा गया। सरकार ने क्या इस हादसे की जांच करवाई। साथ मे इस तरह की लापरवाही के लिए आगे क्या कदम उठाए जा रहे है। विनय ने सवाल उठाया कि आरटीओ ने इस बस को पास करने के लिए मना किया तो आरएम ने बस को पास क्यों किया।

जबाब में गोविंद ठाकुर ने बताया कि 5 जनवरी को ददाहू सिरमौर में हुए निज़ी स्कूल बस हादसा बस की मशीनी खराबी, क्रैश बैरियर न होना और स्कूल प्रबंधन की लापरवाही होना पाया गया। इस हादसे की जांच उप-मंडलाधिकारी संगड़ाह द्वारा की गई। सरकार ने स्कूल की मान्यता रदद् कर दी है। साथ मे स्कूल के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है। ड्राइवर के पास एलएमवी लाइसेंस ही था। जिंसमे 8 कि मौत हुई जबकि 11 घायल हुए जिनमें से तीन को पीजीआई रेफेर की जहां एक कि मौत हो गई। मंत्री ने कहा कि यदि आरटीओ की मनाही के बाबजूद आरएम ने बस पास की तो इसकी जांच की जाएगी।

इसी बीच नूरपुर के बीजेपी विधायक राकेश पठानिया ने कहा कि नूरपुर हादसे में 26 मौतें हुई थी उससे भी सबक नहीं लिया गया है। निज़ी स्कूलों की बसों में अभी भी नियमों को ताक पर रख कर दौड़ाया जा रहा है कोई चेकिंग नही हो रही है। अभी सरकार कितनी ओर लाशें ढोना चाहती है।

परिवहन मंत्री ने इस पर चिंता जाहिर की और कहा कि निज़ी स्कूलों को कड़ी हिदायतें दी हैं कि वह नियमों की अवहेलना न करें।

विपक्ष के नेता मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि बीते वर्ष 1250 लोग सड़क हादसों में मारे गए हैं। हर दिन सड़क हादसों की खबरें आ रही हैं। सरकारी और निजी बसों सहित निज़ी वाहनों के बस हादसों की खबरें आ रही है जो गंभीर विषय है।

इस पर मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने कहा कि सरकार ने समय पर गाड़ियों के पासिंग पर बल दिया है। सरकार सुनिश्चित करेगी कि बच्चों के ट्रांसपोर्टेशन में सुरक्षा कोई लापरवाही नही बरती जाए। चालकों के लाइसेन्स पर ध्यान दिया जाएगा। नियमित चेकिंग की जाएगी। विपक्ष के सुझावों का अभिनदंन किया जाएगा।

पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने भी इस पर चिंता ज़ाहिर की और कहा कि यदि आरटीओ ने बस पासिंग के लिए मना कर दिया तो आरएम ने पासिंग क्यों की?

इस पर मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने कहा कि यदि ऐसा हुआ है तो इसकी गहनता से जांच की जाएगी।