चंडीगढ़ नगर निगम चुनाव खत्म होते ही जोड़-तोड़ की राजनीति जोरों पर हैं। इसी बीच ख़बर है कि इस उठापटक के चलते भाजपा के पार्षदों को शिमला में रखा गया है। सूत्रों के हवाले से ख़बर है कि भाजपा के पार्षद कुछ दिनों के लिए हिमाचल सरकार के मेहमान हैं। पार्षद लुभावने वादों के चक्कर में पार्टी न बदल लें इसके लिए जीते हुए सदस्यों को भाजपा ने शिमला में रखा हुआ है।
इनमें 10 सदस्य शामिल हैं जिनमें एक सदस्य कांग्रेस का भी है। अनूप गुप्ता, बिमला दूबे, कंवरजीत सिंह राणा, कुलजीत सिंह संधू, महेंश इंदर, मनोज कुार, राजिंद्र शर्मा, दिलीप शर्मा, सर्बजीत और कांग्रेस समर्थित सदस्य दर्शना सिंह है।
आपको बता दें कि चंडीगढ़ निगम चुनाव में हलचल तब तेज हो गई जब कांग्रेस की हरप्रीत कौर बाबला ने भाजपा का दामन थाम लिया। इसके साथ ही कांग्रेस की संख्या नगर निगम में 8 से घट कर 7 रह गई है। कई और पार्षद भी दल न बदल लें इसके लिए सातों सदस्यों को जयपुर रवाना कर दिया गया है। जबकि आप के 14 पार्षद दिल्ली में रखे गए हैं।
निगम चुनावों की बात करें तो 35 सदस्यीय नगर निगम की सभा में ‘आप’ को 14, भाजपा को 12, कांग्रेस को 8 और शिरोमणि अकाली दल को 1 सीट मिली थी। नगर निगम में मेयर की कुर्सी पाने के लिए 19 पार्षदों की जरूरत है। चंडीगढ़ की लोकसभा सांसद भी कॉउंसिल की सदस्य है। बाबला के दल बदल और एमपी किरण खेर को मिला कर अब भाजपा के पास 15 सदस्य हो गए हैं। फिलहाल किसी पार्टी के पास बहुमत नहीं है।